सडक़ निर्माण के दौरान बैरीकेड्स के रूप में खड़ा करा दिए फायर वाहन
सुविधा के नाम पर फायर ब्रिगेड का दुरुपयोग सडक़ निर्माण के दौरान बैरीकेड्स के रूप में खड़ा करा दिए फायर वाहन
डिजिटल डेस्क,शहडोल। इंदिरा चौक से बस स्टैंड मार्ग का कायाकल्प कराया जा रहा है। इससे आवागमन में राहत मिलेगी, परंतु इस सुविधा के नाम इमरजेंसी सेवा के फायर ब्रिगेड वाहनों का दुरुपयोग भी सामने आया है। डामरीकरण कार्य के दौरान तीन-तीन फायर वाहनों को बैरीकेड्स बनाकर खड़ा करा दिया गया है ताकि सडक़ पर कोई आ जा न सके। जानकारों की मानें तो फायर वाहनों का ऐसा उपयोग पहली बार देखा जा रहा है। नगरपालिका अधिकारियों का कहना है कि फायर वाहनों को किराए पर दिए जाने का प्रावधान है। लेकिन सवाल उठाए जा रहे हैं कि ऐसा उपयोग समझ से परे है।
नगरपालिका की गतिविधियां इसलिए भी सवालों के घेरे में है क्योंकि फायर वाहनों की सुरक्षा के लिए नगरपालिका के कर्मचारियों को ड्यूटी बजानी पड़ रही है। जबकि सुरक्षा सहित अन्य कार्य ठेकेदार को करना चाहिए। लेकिन नगरपालिका ठेकेदार पर मेहरबान नजर आ रही है।
जमा कराया है किराया
फायर वाहन का ठेकेदार से किराया जमा कराया गया है। इसका प्रावधान भी है। सुरक्षा की दृष्टि से ऐसा किया गया है ताकि सडक़ क्षतिग्रस्त न हो। अमित तिवारी (मुख्य नगरपालिका अधिकारी)
30 लाख से हो रहा कार्य, जर्जर सडक़ से मिलेगी मुक्ति
बस स्टैंड रोड के डामरीकरण का कार्य करीब 30 लाख रुपए की लागत से कराया जा रहा है। गौरतलब है कि इस रोड की हालत अत्यंत जर्जर हो चुकी थी। वाहनों के साथ पैदल निकलना भी मुश्किल था। दैनिक भास्कर ने सडक़ की दयनीय हालत को कई बार खबर के जरिए उजागर किया। लोगों का कहना है कि देर से ही सही, निर्माण तो शुरु हुआ।