एसपी से शिकायत करने जा रहे चाचा-भतीजे को रोककर मोटर साइकिल में लगाई आग।
सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस एसपी से शिकायत करने जा रहे चाचा-भतीजे को रोककर मोटर साइकिल में लगाई आग।
डिजिटल डेस्क, पन्ना। पन्ना कोतवाली थाना क्षेत्र स्थित अमानगंज मार्ग के अमझिरिया और अकोला के बीच एसपी से शिकायत करने के लिये मोटर साइकिल से आ रहे चाचा-भतीजे को रोककर मोटर साइकिल में आग लगा दिये जाने तथा चाचा एवं भतीजे के साथ मारपीट करने की घटना सामने आई है। घटना के संबंध में जांच करने पहुंची पुलिस द्वारा घटनाक्रम की सत्यता को लेकर जांच कार्यवाही शुरू की गई है। घटित हुई घटना को लेकर समाचार पत्र को भतीजे भरत चौरहा ने बताया कि, उनके चाचा राम शिरोमणी चौरहा निवासी ग्राम जैतूपुरा थाना अमानगंज की 20 वर्षीय पुत्री को दिनांक 09 अप्रैल को जब वह घर से परीक्षा देने के लिये आ रही थी, अमानगंज के राधे गोस्वामी के पुत्र द्वारा अपने कुछ साथियों के साथ अपरहण कर लिया गया, जिसकी शिकायत अमानगंज थाने में की गई। अमानगंज थाना में कार्यवाही नहीं होने पर वह आज अपने चाचा राम शिरोमणी चौरहा के साथ सुबह 8:30 बजे जैतूपुरा से मोटर साइकिल में सवार होकर एसपी को अपनी फरियाद सुनाने आ रहे थे। सुबह 9:30 बजे जब वह अमझिरिया और अकोला के बीच पहुंचे थे, उसी समय बुलेरो गाड़ी से अमानगंज निवासी राधेश्याम गोस्वामी अन्य 7-8 लोगो के साथ पहुंच गया। वे लोग कट्टा भी लिये हुये थे हम लोगो को रास्ते में रोककर रिपोर्ट वापिस लेने की धमकी दी गई तथा वाद-विवाद करते हुये मोटर साइकिल में आग लगा दी गई। उन लोगों द्वारा चाचा के साथ मारपीट करते हुये उनसे रूपये छीन लिये गये।
इस दौरान एक व्यक्ति के द्वारा एक तमाचा मुझे भी मारा गया। आरोपीगण मोटर साइकिल में आग लगाकर तथा चाचा के साथ मारपीट कर जान से मारने की धमकी देते हुये अपनी गाड़ी से भाग गये। घटना के संबंध में डायल 100 पर उन्होने सूचना दी। मोटर साइकिल में लगी आग को राहगीरों तथा कुछ वनकर्मी बाद में जब पहुंचे तो उनके द्वारा मोटर साइकिल में लगी आग को बुझाया गया। इस दौरान मोटर साइकिल पूरी तरह से जल चुकी थी। अमानगंज मार्ग स्थित अकोला अमझिरिया के बीच मोटर साइकिल में आग लगने से संबंधित आरोपित घटनाक्रम जानकारी सामने आने पर नगर निरीक्षक कोतवाली पन्ना मौके पर स्वयं पहुंच गये तथा आरोपित घटनाक्रम को लेकर जांच कार्यवाही शुरू की गई।
इनका कहना है-
मोटर साइकिल में आग लगने से संबंधित घटनाक्रम को लेकर जांच की गई जांच में घटनाक्रम को लेकर जो शिकायत थी वह सही नहीं पाई गई। शिकायतकर्ता द्वारा पुलिस को यह लिखकर भी दे दिया गया है, कि वह कोई कार्यवाही नहीं चाहता है।