हत्या के 70 दिन बाद दर्ज हुई एफआईआर, शिनाख्त अब भी नहीं
शाहडार के जंगल में 5 अगस्त को पेड़ पर लटकी मिली थी महिला की लाश हत्या के 70 दिन बाद दर्ज हुई एफआईआर, शिनाख्त अब भी नहीं
डिजिटल डेस्क कटनी। ढीमरखेड़ा थाना क्षेत्र के शाहडार के जंगल में पेड़ पर लटकी मिली महिला की लाश के मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद पुलिस ने धारा 302 आईपीसी के तहत हत्या का अपराध पंजीबद्ध किया है। 70 दिन पहले 5 अगस्त को शाहडार के जंगल में महिला की पेड़ पर लटकी सड़ी-गली लाश मिली थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हत्या की पुष्टि होने पर पुलिस ने अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया है। यह अंधा कत्ल भी पुलिस के लिए चुनौती है। अब तक की विवेचना से ऐसा कहीं भी आभास नहीं होता है कि इस मामले में पुलिस के हाथ आरोपी तक पहुंच पाएंगे। क्योंकि जब ढाई माह में मृतका की शिनाख्त भी नहीं हो पाई है। तब हत्या के आरोपियों को तक पहुंचने में पुलिस को कितना समय लगेगा यह आसानी से समझा जा सकता है।
उल्लेखनीय है कि शाहडार का जंगल तीन जिलों की सीमा से जुड़ा है। यहां बीते दिनों अन्य जिलों के लोग जुआ खेलने आते रहे हैं। महिला की शिनाख्त नहीं होने से मामला और पेचीदा हो गया है। इस गुत्थी को सुलझाना पुलिस के लिए आसान नहीं होगा। इसके पहले तिघरा में एक रात में तीन लोगों की हत्या का मामला पांच
साल बाद भी अनसुलझा है।
जहर खाकर महिला ने दी जान-
कुठला थाना क्षेत्र के मतवार पड़रिया निवासी गनेशिया बाई पति सत्तू भूमिया (55) की जहर खाने से जिला अस्पताल में मौत हो गई। अस्पताल की तहरीर पर पुलिस ने मर्ग प्रकरण दर्ज कर जांच में लिया है। पति के खिलाफ अपराध दर्ज-विजयराघवगढ़ थाने में नवविवाहिता की आत्महत्या के मामले में मृतका के पति अतुल मिश्रा निवासी कुसमा के विरुद्ध धारा 498, 304 ए एवं 3/4 दहेज प्रतिशेध अधिनियम के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार कुसमा निवासी शालू मिश्रा (21) ने दहेज प्रताडऩा के चलते आग लगाकर आत्महत्या कर ली थी। मामला नवविवाहिता का होने से मामले की जांच एसडीओपी शिखा सोनी द्वारा की गई थी। जांच के बाद पति के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध किया गया।