खेत में मजदूर की मौत, मालिक ने सबूत मिटाने के लिए छुपाई डेड बॉडी
खेत में मजदूर की मौत, मालिक ने सबूत मिटाने के लिए छुपाई डेड बॉडी
डिजिटल डेस्क, येवला(नाशिक)। खेत में काम करते हुए हादसे में मृत मजदूर का शव ठिकाने लगाने के आरोप में दो किसानों को गिरफ्तार किया गया है। दोनों को तीन दिनों के लिए पुलिस रिमांड में रखा गया है। जानकारी के अनुसार तहसील के मानोरी स्थित शिवाजी सोमनाथ तिपायले अपने खेती में सात अक्तूबर की रात को साढ़े दस बजे ट्रैक्टर के माध्यम से काम कर रहे थे।
इस दौरान मजदूर पांडुरंग (29) नामक मजदूर को ट्रैक्टर के शाप्टपर खड़ा किया गया था। इस दौरान पांडुरंग ट्रैक्टर से गिर गया। जिसमें उसका दाया पैर टूट गया। इसके बाद शिवाजी तिपायले व उनके सहयोगी कृष्णा परसराम शेलके ने पांडुरंग को मारुति अल्टो में डालकर नाशिक स्थित अस्पताल ले जाने के लिए रवाना हुए। लेकिन अस्पताल पहुंचने के पहले ही नाशिक आडगाव नाका के पास पांडुरंग की मौत हो गई।
पांडुरंग की मौत से घबरा कर दोनों किसान रात 12 बजे मानोरी पहुंचे और शव को खेत में छिपाकर रख दिया। इस बीच कोतवाल आप्पासाहेब शेलके ने शिवाजी तिपायल ने फोन कर पांडुरंग के स्वास्थ की जानकारी ली तो शिवाजी ने पांडुरंग का नाशिक में इलाज चलने की झूठी जानकारी दी। इधर दो दिन बीत जाने से शव सड़ रहा था तब शिवाजी ने 9 अक्टूबर की कोतवाल को पांडुरंग के मृत होने की जानकारी दी। कोतवाल को बताया कि पांडुरंग को अस्पताल में लेकर जा रहे थे, लेकिन बीच रस्ते में उसने दम तोड़ दिया। भयभीत होकर उसका शव खेती में छुपाकर रखा।
10 अक्टूबर को शव येवला ग्रामीण अस्पताल में लाकर तहसील पुलिस को थाने को घटना की जानकारी दी। शव का पोस्टपार्टम होने के बाद अंतिम संस्कार किया गया। पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचने के बाद पंचनामा किया। शिवाजी तिपायले व कृष्णा शेलके ने मिलीभगत कर सबूत नष्ट करने का प्रयास किया। इसलिए दोनों के खिलाफ येवला तहसील पुलिस थाने में भादंवि की धारा 04, 201 के तहत प्रकरण दर्ज किया। दोनों आरोपियों को कोर्ट ने तीन दिन की रिमांड पर पुलिस को सौंपा। मामले की जांच उपनिरीक्षक रामनाथ तांदलकर कर रहे हैं। मृतक पांडुरंग पंढरपुर सोलापुर निवासी है। जो खेती कार्य के लिए मानोरी में रहता था। मृतक के अन्य कोई भी परिजन मानोरी में नहीं है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।