दिनभर चली शरद पवार को मनाने की कोशिश, आव्हाड सहित कई पदाधिकारियों ने दिया इस्तीफा
पार्टी नेताओं से मिलते रहे पवार दिनभर चली शरद पवार को मनाने की कोशिश, आव्हाड सहित कई पदाधिकारियों ने दिया इस्तीफा
डिजिटल डेस्क, मुंबई। शरद पवार के राकांपा अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के दूसरे दिन बुधवार को दिनभर पवार को इस्तीफा वापस लेने के लिए मनाने का दौर चला। पवार के इस्तीफे के विरोध में राकांपा विधायकव पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव जीतेंद्र आव्हाड सहित कई जगहों पर पार्टी पदाधिकारियों ने सामूहिक इस्तीफा दे दिया। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने पवार से मुलाकात कर उन्हें इस्तीफा वापस लेने के लिए मनाने की कोशिश की लेकिन वह कामयाब नहीं हुए। राकांपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल ने बताया कि पार्टी का हर एक कार्यकर्ता चाहता है कि पवार इस्तीफा वापस ले लें। अध्यक्ष बनने के सवाल पर पटेल ने कहा कि वह निजी तौर पर पार्टी अध्यक्ष नहीं बनना चाहते हैं।
वरिष्ठ नेताओं ने की पवार को मनाने की कोशिश
शरद पवार बुधवार को सुबह 10.30 बजे यशवंतराव चव्हाण सभागृह स्थित अपने दफ्तर में पहुंच गए और शाम 4 बजे तक यहां रुके रहे। पवार जब वीईबी चव्हाण प्रतिष्ठान से निकले तो राकांपा कार्यकर्ताओं ने पवार के समर्थन में नारेबाजी की और इस्तीफा वापस लेने की मांग की। लेकिन वह मीडिया से बगैर बात किए अपने आवास सिल्वर ओक के लिए निकल गए। उनके साथ उनकी बेटी सुप्रिया सुले भी मौजूद थीं। प्रफुल्ल पटेल भी पवार से मिलने के लिए वायबी चव्हाण सभागृह पहुंचे। पटेल ने बताया कि बुधवार को फिर से उन्होंने अजित पवार,सुप्रिया सुले और छगन भुजबल के साथ शरद पवार से मुलाकात की और उन्हें देशभर के कार्यकर्ताओं के फैसले के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि पवार पहले ही दो-तीन दिन का समय अपने फैसले पर सोचने के लिए मांग चुके हैं लिहाजा किसी भी नेता ने उन पर ज्यादा दबाव नहीं बनाया।
किसी को नहीं पता था कि रोटी ऐसे पलटेगी-पटेल
पटेल ने कहा कि जब कुछ दिन पहले श्री पवार ने एक कार्यक्रम में बयान दिया था कि तवे रोटी पर रोटी पलटने का समय आ गया है, तो हमें भी पता नहीं था कि वह किस रोटी के बारे में बात कर रहे थे। पटेल से जब "दैनिक भास्कर' संवाददाता ने यह सवाल पूछा कि क्या वह निजी तौर पर अध्यक्ष बनने के लिए तैयार हैं तो उन्होंने कहा कि पार्टी में मैं उपाध्यक्ष के पद से संतुष्ट हूं। राकांपा में और वरिष्ठ नेता हैं लिहाजा मेरी पार्टी का अध्यक्ष बनने में कोई दिलचस्पी नहीं है। यह पूछे जाने पर की अध्यक्ष पद के लिए गठित कमेटी उनके नाम की सिफारिश करती है तो क्या वह इस स्थिति में पार्टी अध्यक्ष का पद संभालेंगे? इस पर पटेल ने कहा कि वह फिलहाल मुंगेरीलाल की तरह हसीन सपने नहीं देख रहे हैं।
राकांपा में नहीं है कोई बिखराव
राकांपा नेता अजित पवार को लेकर चल रही अटकलों पर पटेल ने कहा कि पार्टी में कोई भी टकराव नहीं है। मैं 100 प्रतिशत दावे के साथ कह रहा हूं कि नए अध्यक्ष के नाम पर किसी को एतराज नहीं होगा।
केंद्र में सुप्रिया और राज्य में हो अजितः भुजबल
पार्टी के वरिष्ठ नेता छगन भुजबल ने शरद पवार के इस्तीफे पर कहा कि लोगों की ऐसी भावना है कि पवार को अपना इस्तीफा वापस ले लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर पवार अपना इस्तीफा वापस नहीं लेते हैं तो फिर राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर सुप्रिया सुले को जिम्मेदारी मिलनी चाहिए जबकि राज्य में अजित पवार अच्छी तरह से राकांपा को आगे ले जा सकते हैं।
आघाड़ी की 16 मई की पुणे वज्रमूठ सभा स्थगितः महेश तपासे
प्रदेशराकांपा के मुख्य प्रवक्ता महेश तपासे ने "दैनिक भास्कर' से बातचीत में कहा कि बुधवार को वाई बी चव्हाण सभागृह में कोई बैठक नहीं हुई। हालांकि कुछ लोगों ने श्री पवार से मुलाकात जरूर की थी। तपासे ने कहा कि देश भर के कार्यकर्ताओं का शरद पवार पर इतना दबाव बढ़ता जा रहा है की उन्हें विश्वास है कि आखिर में पवार अपना इस्तीफा वापस ले लेंगे। उन्होंने कहा कि 16 मई को पुणे में होने वाली वज्रमूठ सभा को राज्य में पड़ रही भीषण गर्मी के चलते स्थगित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि यह बातें निराधार हैं कि महा आघाडी की वज्रमूठ सभा को राकांपा में चल रही खींचतान के बाद रद्द किया गया है।