अवैध स्कूलों पर सख्त हुआ शिक्षा विभाग, दर्ज कराई जा रही एफआईआर
प्राथमिकी दर्ज अवैध स्कूलों पर सख्त हुआ शिक्षा विभाग, दर्ज कराई जा रही एफआईआर
डिजिटल डेस्क, मुंबई, दुष्यंत मिश्र. अवैध स्कूलों के खिलाफ शिक्षा विभाग ने सख्ती बढ़ा दी है और अवैध स्कूलों के प्रबंधकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जा रही है। धारावी इलाके में चल रहे मॉर्निंग स्टार नाम के अवैध स्कूल की संचालक के खिलाफ शिक्षा विभाग ने हाल ही में एफआईआर दर्ज कराई है। दक्षिण विभाग के शिक्षा अधिकारी देवीदास महाजन ने बताया कि स्कूल ने 1 जून से 2015 से 31 मई 2018 तक मान्यता ली थी लेकिन उसके बाद मान्यता नहीं ली। जांच के दौरान इसी साल 27 फरवरी को स्कूल अवैध पाया गया तो प्रबंधन को स्कूल बंद करने के निर्देश दिए गए लेकिन ऐसा नहीं किया गया। 6 मार्च को स्कूल को लिखित नोटिस दी गई लेकिन फिर भी स्कूल बंद नहीं किया गया। इसके बाद स्कूल के संचालकों को चेतावनी दी गई कि अवैध स्कूल चलाने पर उन्हें एक लाख रुपए जुर्माना और नोटिस देने के बाद से जितने दिनों से स्कूल चल रहा है उसके लिए प्रति दिन के हिसाब से 10 हजार रुपए प्रतिदिन जुर्माना अदा करना होगा। इसका भी स्कूल प्रबंधन पर असर नहीं हुआ तो सहायक शिक्षा उपनिरीक्षक राजेंद्र पाटील ने मामले की शिकायत धारावी पुलिस स्टेशन में की। जिसके बाद स्कूल की संचालक सुजाबाई राजाकुमार के खिलाफ आरटीई कानून की धारा 18(5) और आईपीसी की धारा 188 के तहत एफआईआर दर्ज की गई। इस अवैध स्कूल में 727 विद्यार्थी पढ़ते हैं जिन्हें दूसरे नजदीकी स्कूलों में दाखिला दिया जाएगा। शिक्षा निरीक्षक महाजन ने बताया कि दूसरे अवैध स्कूलों के खिलाफ भी जल्द ही पुलिस में शिकायत की जाएगी।
पालघर, ठाणे में भी सख्ती
मुंबई से सटे ठाणे और पालघर जिलों में भी प्रशासन ने अवैध स्कूलों पर शिकंजा कसना शुरु कर दिया है। पालघर जिले में पोल स्टार इंग्लिश हाईस्कूल, शारदा निकेतन हाईस्कूल, शारदा विद्या मंदिर हाईस्कूल और मोहम्मदी उर्दू प्राथमिक स्कूल के खिलाफ तुलिंज पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज कराई गई है। ठाणे जिले के अंबरनाथ में भी तीन अवैध स्कूलों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है।
‘218 स्कूलों के खिलाफ दर्ज हो एफआईआर’
महाराष्ट्र विद्यार्थी पालक शिक्षक महासंघ के नितीन दलवी ने मांग की है कि आरटीई के तहत मान्यता न लेने वाले मुंबई के 218 निजी स्कूलों से भी जुर्माना वसूला जाना चाहिए और जुर्माना न अदा करने पर स्कूलों के प्रबंधकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जानी चाहिए उन्होंने कहा कि स्कूलों के खिलाफ एफआईआर के साथ वहां पढ़ने वाले बच्चों को दूसरे अच्छे स्कूलों में दाखिला भी दिलाया जाना चाहिए।