मैहर में वीआईपी दर्शन से श्रद्धालु परेशान, दलालों की चांदी
सतना मैहर में वीआईपी दर्शन से श्रद्धालु परेशान, दलालों की चांदी
डिजिटल डेस्क, सतना। इधर कुछ अर्से से मैहर में मां शारदा के वीआईपी दर्शन की जहां बाढ़ सी आ गई है, वहीं दूर-दूर से मां की नगरी पहुंचने वाले श्रद्धालु कड़ी धूप में लंबी कतार में लग जाने को मजबूर हो जाते हैं। आरोप है कि वीआईपी का पैमाना फिक्स नहीं होने के कारण दलाल भी जमकर चांदी काट रहे हैं। उल्लेखनीय है, हजारों की संख्या में भक्त देश के कोने-कोने से मां के दर्शन कर पूजा अर्चना करने आते हैं। विशेष पर्वों में भक्तों की संख्या बढ़कर लाखों में पहुंच जाती है। जानकारों का कहना है कि २ अप्रैल से चैत्र नवरात्र प्रारंभ हो रहा है,अगर यही हाल रहा तो चिलचिलाती धूप में श्रद्धालुओं की मुश्किलें बढऩा तय है। बड़ा सवाल यह है कि आखिर, वीआईपी दर्शन के लिए कब क्राइटेरिया तय होगा और कब गाइड लाइन बनेगी?
रोपवे की टिकट भी टेढ़ी खीर:——-
त्रिकूट पर्वत पर स्थित मां शारदा मंदिर तक पहुंचने के लिए रोपवे एक आसान रास्ता है लेकिन रोपवे में टिकट हासिल कर लेना भी टेढ़ी खीर है। वीआईपी मूवमेंट के प्रेशर और अव्यवस्थाओं के कारण आम श्रद्धालुओं को रोपवे के रास्ते भी दर्शन करने में कम से कम ३ से ४ घंटे का लंबा समय लग जाता है। जानकारों की मानें तो वीआईपी दर्शन में रोक लगाने के सरकारी उपाय वर्षों से सिर्फ कागजों पर चल रहे हैं। कभी किसी अधिकारी तो कभी किसी नेता को वीआईपी गेस्ट बताने की आड़ में दलाली का गोरखधंधा भी खूब फलफूल रहा है। ऐसे में दूरदराज से आए परेशान श्रद्धालु मैहर के प्रति अपने साथ अच्छा संदेश लेकर नहीं जाते हैं। जरुरत इस बात की है कि वीआईपी ट्रीटमेंट की निरंतर जांच होनी चाहिए।
सख्ती के बाद भी नियंत्रण नहीं :—-
उल्लेखनीय है, हाल ही में रोपवे में पहले जाने का विवाद सामने आने पर एसडीएम की रिपोर्ट पर कलेक्टर ने रोपवे में वीआईपी दर्शन पर रोक लगा दी थी लेकिन इस प्रशासनिक सख्ती के बाद भी हालात नियंत्रण में नहीं हैं। मेला परिसर के सीसीटीवी फुटेज में ऐसे चिन्हित बिचौलिए भी कैद हैं जो बाहरी यात्रियों को हजार से ५ हजार रुपए तक के वीआईपी टिकट उपलब्ध करा कर ठगते हैं। इनमें कतिपय प्रसाद विक्रेता, छ़ुटभैय्या नेताओं के शार्गिद और कथित पत्रकार भी शामिल हैं।
इनका कहना है:-
वास्तविक विशिष्ट जन के आगमन की सूचना प्रोटोकॉल अधिकारी को २४ घंटे के अंदर देने की व्यवस्था है। ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वीआईपी मूवमेंट के दौरान किसी भी आम श्रद्धालु को मां के दर्शन में असुविधा नहीं हो।
धर्मेन्द्र मिश्रा, एसडीएम मैहर