दैनिक भास्कर गरबा महोत्सव 2022 का चार दिवसीय शानदार आगाज, देर रात तक थिरके कदम

कटनी दैनिक भास्कर गरबा महोत्सव 2022 का चार दिवसीय शानदार आगाज, देर रात तक थिरके कदम

Bhaskar Hindi
Update: 2022-09-29 14:17 GMT
दैनिक भास्कर गरबा महोत्सव 2022 का चार दिवसीय शानदार आगाज, देर रात तक थिरके कदम

डिजिटल डेस्क,कटनी। कागज के दो पंख लेके उड़ा चला जाए रे.., म्हारी अंबा माई के सामने ये गरबो है रे..., ए नाम की मोहिनी गरबो...,ओ ही कियो जो मारी बांसुरी...,की लय पर सुहानी शाम से रात तक झूमी बारडोली। अवसर था साधूराम स्कूल प्रांगण में दैनिक भास्कर गरबा महोत्सव-2022 के शानदार चार दिवसीय परफार्मेंस के पहले दिन का। रिकॉर्डेड साज और आवाज के साथ आर्केस्ट्रा की धुन पर झूमते प्रतिभागियों ने दर्शक दीर्घा में बैठे पैरेंट्स और ऑडियंस भी लय और ताल पर झूमने नजर आए।

तीन साल की प्रतीक्षा के बाद दैनिक भास्कर गरबा- महोत्सव-2022 से रूबरू होने शहर के साथ ही आासपास के ग्रामीण क्षेत्रों के लोग साधूराम ग्राउंड में पहुंचे। कार्यक्रम का शुभारंभ मां आदिशक्ति के समक्ष दीप प्रज्जवलन कर अतिथि महापौर प्रीति संजीव सूरी, उद्योग पति मनीष गेई, डीपीएस स्कूल के संचाक अनुराग जैन, जूही जैन कार्यक्रम का शुभारंभ किया। पहले दिन गरबा महोत्सव का शानदार आगाज, देर रात तक थिरके कदम चार दिवसीय गरबा महोत्सव के पहले दिन आदिशक्ति के पूजन अर्चन के बाद प्रतिभागियों ने सुर लाय ताल में सबसे पहले मां दुर्गा की ओजपूर्ण आरती हुई। इसके बाद पार्टिसिपेंट्स सर्कल में प्रवेश लेकर अपनी पोजीशन में आए। ट्रेनर्स के चिर-परिचित निर्देश का प्रतिभागियों ने स्वागत करते हुए सर्कल में सैकड़ों शहरवासियों की उपस्थिति में गरबा खेलना शुरु किया। पार्टिसिपेंट्स विभिन्न डिजाइन, कलर व राजस्थानी, गुजराती ड्रेसअप में ग्राउंड में विभिन्न संस्कृतियों की छटा बिखेरते नजर आए।

शानदार गरबोत्सव में कागज के दो पंख लेके उड़ा चला जाए रे, जहां नहीं जाना था ये वहीं चला जाए रे...के सांग्स पर उठे कदमों को पंख लगे और सभी सर्कल में प्रतिभागी तय समय में रात तक झूमते रहे। लय ताल में दी प्रतिभागियों के जोश को उड़ान जैसे-जैसे सुर ताल और ढोल की थाप पर लय बढ़ी गरबा खेलने वालों का उत्साह भी बढ़ता गया। दैनिक भास्कर गरबा उत्सव में शहर के बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। पहले दिन के अनूठे, सतरंगी और अद्भुत समारोह में हर कोई माता की भक्ति में डूबा नजर आया। गीत, संगीत व गरबा खेलने के साथ आराधना और भक्ति का यह संगम 2 अक्टूबर तक चलेगा। पारंपरिक राजस्थानी व गुजराती ड्रेसअप के कलरफुल ड्रेस में उपस्थित प्रतिभागियों के साथ ट्रेनर्स ग्रुप ने अपनी प्रस्तुतियों से बारडोली की धरा को सतरंगी बनाया।

 

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