शतरंज स्पर्धा में संस्कृति ने अर्जित की सफलता
अकोला शतरंज स्पर्धा में संस्कृति ने अर्जित की सफलता
डिजिटल डेस्क, अकोला. पुणे में आयोजित शतरंज स्पर्धा में अकोला की संस्कृति ने 19 वर्षीय आयु गुट में उत्कृष्ठ प्रदर्शन किया। खिलाड़ी द्वारा किए गए बेहतर प्रदर्शन के चलते उसे 8 हजार रूपए नकद पुरस्कार मिला तथा अंतरराष्ट्रीय फिडे रेटिंग 103 पाईंट से बढ गई है। ब्रिलियंट शतरंज एकेडमी की उत्कृष्ठ खिलाडी संस्कृती संघदास वानखडे ने पुणे में आयोजित 19 वर्षीय गुट के 36 वीं नैशनल ज्यूनियर गर्ल्स राष्ट्रीय में बेहतर प्रदर्शन किया। उसके प्रदर्शन पर उसे नकद 8 हजार रूपए पुरस्कार के अलावा अंतरराष्ट्रीय फिडे रेटिंग में 103 से पाईंट बढ गया है। बता दें कि सस्कृति विगत ढाई वर्षों से ब्रिलियंट चेस एकेडमी के जितेंद्र अग्रवाल ने शतरंज के गुर सीख रही है। उसने अब तक 5, 6, 7, 8, 9, 10 वर्ष आयु गुट में स्पर्धा में सफलता हासिल किया। कॉमनवेल्थ चैम्पियन, विदर्भ चैम्पियन, स्टेट चैम्पियन, शालेय राष्ट्रीय स्पर्धा के अलावा लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड में नाम शामिल हुआ है।
उसने अपने सफलता का श्रेय माता पिता, प्रशिक्षक के अलावा आरव तिरपुडे, अभिनव तिरपुडे, जसलीन ओबेराँय, संस्कार ढुके, रेयाश थोरात, परीधी गांधी, तनया बोकरे, पूवाँशी खंडेलवाल, दिवीशा खंडेलवाल, चिरणवी लोमटे, आयेशा लड्डा, किष्णा धोरण, नीरव मंत्री, मनन अदानी, नैतिक पंचमिया, नमन पनपालीया, दीक्षांत इगळे, शिवाना सरकटे, शिवांश भाला, अनिका भाला, , रिशान केला, अनन्या राठी, श्रीराज चांडक, स्वरीत मुदोडकर, अभीर लड्डा, नमन पनपालीया, आराध्या करोड, अरणा करोड, अनवेशा भुईभार, शामगौरी बालापुरे, आदर्श व्यास, स्वस्ति मंत्री, काव्या भुईभार, नैतिक देशपान्डे कबीर भुईभार, अणँव मोटवानी, स्पर्श बाहेती, मयंक जयस्वाल को दिया।