भाजपा-कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशियों के सामने अपने ही खड़ी कर रहे मुश्किलें

कटनी भाजपा-कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशियों के सामने अपने ही खड़ी कर रहे मुश्किलें

Bhaskar Hindi
Update: 2022-06-25 09:13 GMT
भाजपा-कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशियों के सामने अपने ही खड़ी कर रहे मुश्किलें

डिजिटल डेस्क, कटनी। नगर निगम में महापौर पद के लिए बागियों ने जिस तरह से खुल कर ताल ठोंकी है उसी तरह से जिले के कैमोर और बरही नगरीय निकाय में भी पार्षद पद के लिए बागियों के खंल कर सामने आ जाने से दलों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। विजयराघवगढ़ में अंतकर्लह चुनावी परिणामों पर असर डाल सकती है। जिले के इन तीनों नगरीय निकायों जहां कि पार्षद ही परिषद के अध्यक्ष को चुनेंगे, तस्वीर साफ हो चली है। असल घमासान भाजपा तथा कांग्रेस सहित अपने दल से बगावत कर पार्षद का चुनाव लडऩे वाले उन प्रत्याशियों के बीच होगा, जो अभी से स्वयं को भावी अध्यक्ष मानकर चल रहे हैं।

कैमोर में दोनों दलों को बागियों से चुनौती यहां भाजपा के साथ पिछले कई साल से नगर सत्ता से दूर कांग्रेस में भी खुल कर बगावत हुई है और बागी अपने-अपने दल के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ मैदान में हैं। वार्ड नंबर 2 तथा 8 में कांग्रेस के बागियों ने निर्दलीय ताल ठोंकी है। यहां से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। भाजपा को यहां वार्ड नंबर 4, 5, 10, 12 तथा 14 में बागिगों का सामना करना पड़ रहा है।

विगढ़ में खुली बगावत तो नहीं लेकिन विजयराघवगढ़ में अध्यक्ष पद अनारक्षित महिला के लिए रिजर्व है। यहां भाजपा का मुख्य मुकाबला कांग्रेस के साथ अपने ही लोगों से होगा, जो कहीं कड़ी चुनौती पेश करेंगे। यहां खुली बगावत तो किसी ने नहीं की लेकिन कुछ नाराज हो घर बैठ गये हैं तो कुछ अंदर ही अंदर पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ  बने बनाए वोट बैंक को तोडऩे में लगे हैं। कांग्रेस यहां देखो, चुनाव लड़ो और परिणाम का इंतजार करो वाली स्थिति में है। तीनों निकायों के 45 पार्षद पदों के लिए 194 प्रत्याशी मैदान में बरही, विजयराघवगढ़ एवं कैमोर नगर परिषदों में 15.15 वार्डोँ यानि तीनों निकायों के 45 वार्डों का पार्षद बनने कुल 194 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। बरही के 15 वार्डों में 75 उम्मीदवारों के बीच मुकाबला है। कैमोर में एक प्रत्याशी ने नाम वापस लिया है लिहाजा यहां अब 63 प्रत्याशी शेष हैं। वार्ड नंबर दो में भाजपा कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला है तो वार्ड नंबर 8 में सर्वाधिक सात प्रत्याशी हैं। विजयराघवगढ़ के 15 वार्डों में 56 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं। वार्ड नंबर एक से सरोज चौधरी निर्विरोध हैं। वार्ड नंबर 5 में दो प्रत्याशियों के बीच सीधा मुकाबला है, जबकि वार्ड नंबर 7, 11 एवं 15 में सर्वाधिक 6-6 उम्मीदवार हैं।

तीनों निकाय संजय पाठक के प्रभाव वाले

जिले के तीनों निकाय क्षेत्र बरहीए विजयराघवगढ़ एवं कैमोर विगढ़ विधायक एवं पूर्व मंत्री संजय पाठक के प्रभाव वाले क्षेत्र हैं। मुड़वारा हो या फिर बहोरीबंद या बड़वारा विधानसभा क्षेत्र के नेताओं ने चाहे वे किसी भी दल के हों कभी न तो दखल रखा और न ही यहां सक्रियता दिखाई। वे केवल अपने विधानसभा क्षेत्र या फिर जिला मुख्यालय कटनी में ही सक्रिय रहे। विगढ़, बरही तथा कैमोर के नेता समय-समय पर सक्रिय तो हुए लेकिन ज्यादा आगे नहीं बढ़ सके। ऐसे में भाजपा यहां जो कुछ भी पाएगी या खोएगी, वह संजय पाठक के खाते में ही जाएगा। कांग्रेस जरूर इनकी कटनी नगरनिगम चुनाव में सक्रियता तथा महापौर पद की भाजपा प्रत्याशी को जिताने इनकी व्यस्तता का फायदा विगढ़, बरही व कैमोर में उठाने अंदरखाने में रणनीति बना रही है।

बरही में तीसरी पारी की तैयारी पर फिर सकता है पानी

नगर परिषद बरही में अध्यक्ष का पद अनारक्षित है और यहां तीसरी बार भाजपा अपना अध्यक्ष बनाने की तैयारी कर रही है। लेकिन यहां उसके मंसूबे पर वार्ड क्रमांक 14 से पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी  के खिलाफ खड़े हुए बागी पानी फेर सकते हैं। यहां कांग्रेस भी कड़े मुकाबले में है और पार्षद पद के 8 प्रत्याशी एक-दूसरे के वोट काटेंगे। पूर्व परिषद अध्यक्ष सतीश तिवारी दूसरी बार भी अध्यक्ष बनने का मंसूबा पाले वार्ड नंबर 14 से मैदान में उतरे हैं लेकिन यहां उन्हे कांग्रेस के अलावा अपनी ही पार्टी के बागी उम्मीदवार से चुनौती का सामना करना होगा। वैसे तो  वार्ड नंबर 14 में आठ प्रत्याशी मैदान में हैं। गौरतलब है कि वार्ड नंबर 14 छिंदियाटोला नगर का सबसे उपेक्षित क्षेत्र रहा है। कुछ इसी तरह की स्थिति वार्ड नं.8 में बनी है जहां भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ एक नहीं दो-दो बागी हैं। इनमें से एक तो वे हैं जिन्हें विधानसभा चुनाव के समय मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने बरही प्रवास के दौरान भाजपा की सदस्यता दिलाई थी। कांग्रेस को यहां पिछले एक दशक में पनपी भाजपा के प्रति नाराजगी से ही आस है। 
 

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