आंगनवाड़ी में  कलेक्टर ने अपनी बेटी को दिलाया प्रवेश, गर्वनर ने की सराहना

आंगनवाड़ी में  कलेक्टर ने अपनी बेटी को दिलाया प्रवेश, गर्वनर ने की सराहना

Bhaskar Hindi
Update: 2019-05-27 07:39 GMT
आंगनवाड़ी में  कलेक्टर ने अपनी बेटी को दिलाया प्रवेश, गर्वनर ने की सराहना

डिजिटल डेस्क,कटनी। मंहगे प्ले स्कूल की जगह पर आंगनबाड़ी केन्द्र में कलेक्टर और अन्य अफसरों के बच्चों के एडमिशन लेने की जानकारी पर मध्यप्रदेश के राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने भी कलेक्टर डॉ. पंकज जैन की पीठ थपथपाते हुए संदेश पत्र भेजा है। जिसमें राज्यपाल ने कहा है कि यह जानकर अत्यंत हर्ष हुआ है कि बेटी पंखुड़ी का आंगनबाड़ी केन्द्र में प्रवेश कराया है। यह कार्य सराहनीय है, जिसे लेकर बधाई स्वीकार करें। साथ ही यह भी कहा है कि लोक सेवक समाज में प्रेरणा के केन्द्र होते हैं। उनके आचरण का समाज पालन करता है। कलेक्टर के इस प्रयास से शासकीय सेवकों का दायित्व बोध बढ़ेगा। सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के प्रभावी संचालन के प्रति सकारात्मक सामाजिक चेतना का संचार होगा।

गौरतलब है कि आंगनबाड़ी केन्द्र क्रमांक 155 संभवत:प्रदेश का इकलौता आंगनबाड़ी केन्द्र है। जहां पर कलेक्टर के साथ अन्य अफसरों के बच्चे भी रोजाना पहुंचते हैं। यहां पर इसकी शुरुआती आईएस दंपत्ति जिला पंचायत सीईओ फ्रेंक नोबल ए और एडीएम आर.उमा महेश्वरी ने की। जिसके बाद अन्य विभाग के अफसर भी यहां पर अपने बच्चों को प्रवेश दिलाए। कलेक्टर डॉ. पंकज जैन ने भी अपनी बेटी को प्रवेश दिलाकर शासकीय आंगनबाड़ी केन्द्रों में सार्थक पहल को लेकर लोगों को संदेश देने का काम किया। हाल में जब जबलपुर कमिश्नर आए हुए थे, तो उन्होंने भी आंगनबाड़ी केन्द्र में पहुंचकर व्यवस्थाओं की सराहना की। पीडब्लूडी कॉलोनी के आंगनवाड़ी केन्द्र क्रमांक 155 में दर्ज 50 बच्चों में से कई बच्चे शासकीय अधिकारियों और कर्मचारियों के हैं। जिसमें कलेक्टर डॉ.पंकज जैन की बेटी, जिला पंचायत सीईओ फ्रेंक नोबल ए व एडीएम आर.उमा माहेश्वरी का बेटा, पीडब्लूडी ईई श्रीमती शारदा सिंह की बेटी भी यहां पर सामान्य बच्चों की तरह मौज-मस्ती करते हुए शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। आंगनवाड़ी में अपने बेटे का एडमीशन कराकर इसकी पहल आईएएस दम्पति ने शुरू की थी।  केन्द्र में बंटने वाला नाश्ता और भोजन भी ये बच्ची बड़े चाव से खाते हैं। दरअसल केन्द्र में सुविधाओं को लेकर यह पहले से ही आदर्श केन्द्र के रुप में विकसित रहा। अफसर जब यहां पर निरीक्षण करने पहुंचे तो केन्द्र की चकाचक व्यवस्था देखने के बाद वे सराहना करना भी नहीं भूले, इतना ही नहीं अपने बच्चों को भी यहां पर प्रवेश दिलाने के लिए सामान्य अभिभावक  की तरह पहुंचे। दरअसल अधिकारियों ने अपने बच्चों को आंगनवाड़ी में प्रवेश दिलाकर लोगों को यह संदेश देने का प्रयास किया कि आंगनवाड़ी केन्द्र केवल गरीब और निम्न तबके के बच्चों के लिए नहीं है।

केन्द्र में हैं अच्छी व्यवस्थाएं 

आंगनबाड़ी केन्द्र में पहले से वह सुविधाएं रहीं, जो किसी प्राइवेट प्ले स्कूल में होती है। सुविधाओं को देखते हुए अपनी बेटी को यहां पर प्रवेश दिलाया है। इसी तरह के कई और केन्द्र भी जिले में हैं।  डॉ.पंकज जैन, कलेक्टर  
 

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