एसजीएमएच में बच्चे की जटिल सर्जरी, चार घंटे चला ऑपरेशन
जान बचाने डॉक्टर ने खुद तैयार की सीमेंट से एंटीबायोटिक रॉड एसजीएमएच में बच्चे की जटिल सर्जरी, चार घंटे चला ऑपरेशन
डिजिटल डेस्क रीवा । संजय गांधी स्मृति चिकित्सालय में पांच वर्षीय मासूम की जटिल सर्जरी हुई है। सड़क दुर्घटना में घायल इस बच्चे की जान बचाने के लिए डॉक्टर ने खुद ही सीमेंट से एंटीबायोटिक रॉड तैयार की। चार घंटे चले इस ऑपरेशन में आर्थोपेडिक विभाग के प्लास्टिक सर्जरी विभाग ने संयुक्त रूप से कार्य किया। मनगवां क्षेत्र के पांच वर्षीय बालक रिशु का एक माह पहले एक्सीडेंट होने के कारण हड्डी में फैक्चर हो गया था। हड्डी पूरी बाहर दिखने लगी थी। मरीज के परिजन संजय गांधी स्मृति चिकित्सालय पहुंच। जहां डॉ. शुभम मिश्रा ने बच्चे को भर्ती कर सर्जरी करने का निर्णय लिया।
सड़ गई थी हड्डी
इस बच्चे के पैर की लगभग दस सेंटीमीटर लम्बाई की हड्डी सड़ गई थी। उसमें पस भी भर गया था। डॉ. शुभम से विभागाध्यक्ष डॉ. पीके लखटकिया एवं डॉ. अमित चौरसिया के मार्गदर्शन में हड्डी तक एंटीबायोटिक पहुंचाने के लिए विशेष प्रकार की रॉड तैयार करने का निर्णय लिया।
रॉड की विशेषता
इस राड की विशेषता यह है कि हड्डी के अंदर जाकर इंफेक्शन खत्म करती है और सपोर्ट भी देती हैं। बताते हैं कि अभी तक बड़े शहरों में ही यह प्रक्रिया अपनाई जाती रही है।
प्लास्टिक सर्जन की रही महत्वपूर्ण भूमिका
इस ऑपरेशन में प्लास्टिक सर्जन डॉ. सौरभ सक्सेना की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही। उन्होंने पीछे से मांस निकालकर आगे हड्डी को ढका। इसके साथ में स्किन ग्राफ्टिंग भी की।
बच्चा पूरी तरह स्वस्थ
यह ऑपरेशन पूरी तरह सफल रहा है। बच्चा अब स्वस्थ है और वार्ड में भर्ती है। इस ऑपरेशन में डॉ.सुधाकर द्विवेदी, डॉ.हंसराज एवं उनकी एनेस्थीसिया टीम की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। ऑपरेशन करने वाली टीम की मानें तो बच्चा अब अपने पैरों पर जल्द ही खड़ा हो जाएगा।