टॉयलेट की सफाई करने विवश बालक आश्रम साखी के बच्चे
बर्बाद हो रहा बचपन,बच्चों से करवा रहे सभी काम टॉयलेट की सफाई करने विवश बालक आश्रम साखी के बच्चे
डिजिटल डेस्क,शहडोल। जनजातीय कार्य विभाग के बुढ़ार विकासखंड अंतर्गत बालक आश्रम साखी में कक्षा छठवीं से आठवीं के बच्चों को बचपन बर्बाद हो रहा है। आश्रम में रहने वाले बच्चों ने बताया कि दीदी (भृत्य) गिरिजा बाई आश्रम के सारे काम बच्चों से करवाती हैं। नहीं करने पर मारपीट की जाती है। इसमें आश्रम (हॉस्टल) परिसर में सब्जी लगाने से लेकर हॉस्टल की सफाई और टॉयलेट सफाई तक शामिल है। इतना ही नहीं बच्चों को भरपेट भोजन भी नहीं मिलता।
अधीक्षक से बताने पर कहते हैं सब्जी भाजी लगानी चाहिए
आश्रम के बच्चे बालकृष्ण सिंह, रामप्रकाश सिंह, ददन सिंह, रमेश सिंह व अन्य ने बच्चों ने बताया कि दीदी द्वारा बच्चों को परेशान किए जाने की बात अधीक्षक से बताने पर वे कहते हैं कि सब्जी भाजी लगानी चाहिए। बता दें कि आश्रम में 50 बच्चे रहते हैं।
ग्रामीणों ने कहा- विधायक के रिश्तेदार हैं अधीक्षक, इसलिए कुछ नहीं होगा
बालक आश्रम साखी में बच्चों के बचपन के साथ हो रहे खिलवाड़ और अधीक्षक छाया सिंह मरावी द्वारा ध्यान नहीं दिए जाने पर अभिभावक ग्रामीण परेशान हैं। ग्रामीणों ने बताया कि हॉस्टल अधीक्षक जयसिंहनगर से भाजपा विधायक जयसिंह मरावी के रिश्तेदार हैं, इसलिए कुछ नहीं होगा। नियमानुसार आश्रम अधीक्षक 3 साल में बदल जाना चाहिए, लेकिन वे 8 साल से यहां जमे हुए हैं।
परेशान हो रहे बच्चे
> भरपेट भोजन नहीं मिलता।
> नाश्ता और खाने में मीनू का पालन नहीं हो रहा।
> छोटे बच्चों से चलवा रहे फावड़ा व कुदाली।
> बच्चों से करवाते हैं टॉयलेट की सफाई।
> भोजन के बाद बच्चों से धुलवाते हैं बर्तन।
> बातें नहीं मानने पर बच्चों के साथ होती है मारपीट।
- बालक आश्रम साखी के अधीक्षक भतीजे हैं, लेकिन इसका काम से कोई भी संबंध नहीं है। आश्रम में अगर व्यवस्था ठीक नहीं है तो स्थानीय विधायक मनीषा सिंह को भी बताइये। व्यवस्था में लोग काम करने के लिए होते हैं, काम सही नहीं हो रहा है तो कार्रवाई होनी चाहिए।
जयसिंह मरावी विधायक जयसिंहनगर
- आपने वीडियो काल में जो भी दिखाया उसमें स्पष्ट है कि आश्रम में व्यवस्था ठीक नहीं है। जांच किया जाएगा। बीइओ बुढ़ार को जांच के लिए भेज रहे हैं।
आनंद राय सिन्हा
सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग