जेईई-मेन्स परीक्षा में गड़बड़ी, नागपुर में छापे
सीबीआई जेईई-मेन्स परीक्षा में गड़बड़ी, नागपुर में छापे
डिजिटल डेस्क, नागपुर। जेईई-मेन्स (संयुक्त प्रवेश परीक्षा) में गड़बड़ी को लेकर केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने सोमवार को नागपुर में पांच कोचिंग संस्थानों पर छापे की कार्रवाई की। सीबीआई अफसरों की यह टीम दिल्ली से नागपुर पहुंची और आरके शिक्षा संस्था समेत पांच जगहों पर छापामार कार्रवाई की। नंदनवन, गणेश नगर व आजमशाह ले-आउट में सीबीआई द्वारा संस्था से जुड़े कार्यालयों की तलाशी लेने की खबर है। कार्रवाई में टीम ने स्थानीय सीबीआई का भी साथ लिया।
चल रही है जांच
उल्लेखनीय है कि जेईई भारत में विभिन्न इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश के लिए आयोजित एक इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा है। सूत्रों के मुताबिक, कुछ जेईई कोचिंग संस्थान और नागपुर के छात्र भी उस घोटाले का हिस्सा हैं, जिसमें छात्रों को देश भर के शीर्ष एनआईटी (राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान) में प्रवेश मिल रहा था। सीबीआई ने एफिनिटी एजुकेशन प्राइवेट लिमिटेड, उसके निदेशकों- सिद्धार्थ कृष्णा, विश्वंभर मणि त्रिपाठी और गोविंद वार्ष्णेय के खिलाफ चल रही जेईई (मेन्स) परीक्षा 2021 में आरोपी संस्थान और उसके स्टाफ सदस्यों द्वारा की गई अनियमितताओं के आरोपों पर मामला दर्ज किया था।
हेराफेरी के आरोप
प्राथमिकी के अनुसार, आरोपी जेईई (मेन्स) की ऑनलाइन परीक्षा में हेराफेरी कर रहे थे और आकांक्षी छात्रों को बड़ी रकम के बदले टॉप एनआईटी (नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी) में प्रवेश दिलाने के लिए रिमोट एक्सेस के जरिए आवेदक का प्रश्नपत्र हल कर रहे थे। सूत्रों ने आगे दावा किया कि आरोपी देश के विभिन्न हिस्सों में दसवीं और बारहवीं की मार्कशीट, यूजर आईडी, पासवर्ड और इच्छुक छात्रों के पोस्ट-डेटेड चेक सुरक्षा के रूप में प्राप्त करते थे और एक बार प्रवेश हो जाने के बाद, वे भारी मात्रा में जमा करते थे। प्रति उम्मीदवार 12-15 लाख रुपए लेने का भी आरोप है। पिछले हफ्ते सीबीआई ने दिल्ली, एनसीआर, पुणे, जमशेदपुर, इंदौर और बंगलुरु पर छापेमारी की थी।