मिलावटखोरी के विरूद्ध नियमित कार्यवाही कर प्रकरण दर्ज किये जायें पुलिस एवं विभिन्न विभागों के अधिकारी सामंजस्य से प्रभावी कार्यवाही करें

मिलावटखोरी के विरूद्ध नियमित कार्यवाही कर प्रकरण दर्ज किये जायें पुलिस एवं विभिन्न विभागों के अधिकारी सामंजस्य से प्रभावी कार्यवाही करें

Bhaskar Hindi
Update: 2020-12-02 12:23 GMT
गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!

डिजिटल डेस्क, उज्जैन। कलेक्टर श्री आशीष सिंह एवं पुलिस अधीक्षक श्री सत्येंद्र कुमार शुक्ल ने बृहस्पति भवन में खाद्य सुरक्षा अधिकारी, औषधी निरीक्षक, आपूर्ति अधिकारी, नापतौल अधिकारी, कृषि, खनिज एवं आबकारी विभाग तथा शहर के एसडीएम की बैठक लेकर निर्देश दिये कि मिलावटखोरी के विरूद्ध नियमित रूप से कार्यवाही कर प्रकरण दर्ज किये जायें। पुलिस एवं विभिन्न विभागों के अधिकारी सामंजस्य से प्रभावी कार्यवाही करें। किसी भी विशेष अभियान की आवश्यकता न पड़े। बैठक में एडीएम श्री नरेन्द्र सूर्यवंशी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री अमरेंद्र सिंह भी मौजूद थे। बैठक में निम्नानुसार निर्देश दिये गये :- मिलावटखोरी करने वाले बड़े माफियाओं पर एफआईआर की कार्यवाही की जाये। आवश्यकता होने पर रासुका की कार्यवाही भी प्रस्तावित की जाये। खाद्य पदार्थों में की जा रही मिलावट पर विशेष ध्यान देते हुए खाद्य तथा औषधी विभाग के अधिकारी एवं निरीक्षक नियमित रूप से चेकिंग का कार्य करें। खाद्य सामग्री के निर्माण स्थलों पर जाकर मिलावट आदि की जांच की जाये। नापतौल अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वे अपने नियमित निरीक्षण जारी रखें। न केवल दुकानों व बड़े तौलकांटों की जांच करें, बल्कि पेट्रोल पम्प, बड़ी संस्थाओं, गैस एजेन्सियों आदि पर भी निरीक्षण कर वजन एवं माप का परीक्षण करें। कहीं गड़बड़ी पाये जाने पर नियमित रूप से प्रकरण दर्ज किये जायें। खनिज विभाग को निर्देश दिये गये कि जिले में अवैध खनन एवं अवैध परिवहन पर कड़ी नजर रखी जाये तथा इनके प्रकरण बनाये जायें। खनिज अधिकारी को स्थानीय एसडीएम का सहयोग लेकर नाव के द्वारा नदियों से रेत खनन पर रोक लगाने के लिये कहा गया है। कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि नकली कीटनाशक दवाईयों की बिक्री रोकने के लिये छापामार कार्यवाही की जाये और सम्बन्धित के विरूद्ध प्रकरण दर्ज किये जायें। खाद के नमूने अमानक पाये जाने पर सम्बन्धित कंपनी के विरूद्ध एफआईआर दर्ज करने को कहा गया है। बैठक में जानकारी दी गई कि खाद्य सामग्री में मिलावट पाये जाने पर सम्बन्धित के विरूद्ध पांच लाख रुपये तक का जुर्माना किया जा सकता है। कलेक्टर ने कहा कि मिलावट से मुक्ति का अभियान तभी सफल होगा जब फूड, ड्रग एवं नापतौल विभाग के लोग प्रतिदिन अपने विभागीय दायित्वों का निर्वहन करेंगे। कलेक्टर ने कहा कि यदि कार्यवाही करना नहीं पाया जाता है तो यह समझा जायेगा कि विभागीय निरीक्षक अपना नियमित कार्यवाही कर रहे हैं। बैठक में आबकारी विभाग को निर्देशित किया गया कि अवैध शराब के परिवहन, बिक्री पर निरन्तर नजर रखी जाये एवं छापामार कार्यवाही की जाये। बैठक में उज्जैन एसडीएम श्री जगदीश मेहरा, श्री संजय साहू, श्री आरएम त्रिपाठी, उप संचालक कृषि श्री सीएल केवड़ा, औषधी निरीक्षक श्री शैलेष गुप्ता, श्री धर्मसिंह कुशवाह सहित सम्बन्धित अधिकारी मौजूद थे।

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