रात भर अँधेरे में रहे कैंसर से पीडि़त मरीज
लगभग 15 घंटे बंद रही अस्पताल की बिजली रात भर अँधेरे में रहे कैंसर से पीडि़त मरीज
डिजिटल डेस्क जबलपुर। नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज स्थित स्टेट कैंसर इंस्टिट्यूट में गुरुवार को गंभीर लापरवाही सामने आई। अस्पताल में करीब 15 घंटे बिजली गुल रही, जिसके चलते मरीजों और परिजनों को समस्याओं को सामना करपा पड़ा। बताया जाता है कि बुधवार रात करीब 9 बजे लाइट जाने के बाद पूरी रात मरीज अँधेरे में रहे। गुरुवार सुबह 12 बजे के आस-पास लाइट चालू हुई। इस बीच अस्पताल में पूरी तरह अँधेरा रहा। मरीजों ने मोमबत्ती और मोबाइल फ्लैश की रोशनी में रात काटी। प्रबंधन तक सूचना पहुँची लेकिन बैकअप का कोई इंतजाम नहीं हो सका। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उस वक्त करीब 70 मरीज भर्ती थे, जिनमें से करीब 30 मरीज गंभीर स्थिति वाले थे। जिन मरीजों को ऑक्सीजन की जरूरत थी, उन्हें सिलेंडर से पूर्ति की गई। लाइट न होने के चलते एक्सरे और अन्य इलेक्ट्रिक उपकरण पूरी तरह बंद थे। मरीजों को रात में वॉशरूम यूज करने में भी दिक्कतें हुईं।
बिल्डिंग हैंडओवर न होने से बढ़ी परेशानी
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार स्टेट कैंसर इंस्टिट्यूट में बैकअप के लिए भारी भरकम जनरेटर भी रखा गया है, लेकिन मौका पडऩे पर इसे चालू नहीं किया जा सका। इसके पीछे की वजह जनरेटर में डीजल न होना बताया जा रहा है। चूंकि अभी इंस्टिट्यूट की बिल्डिंग को मेडिकल कॉलेज के हैंडओवर नहीं किया गया है, जिसके चलते परेशानी बढ़ गई। ऐसे में न तो निर्माण एजेंसी का इस ओर ध्यान है न तो प्रबंधन का, जबकि यहाँ मरीज भर्ती किए जा रहे हैं।
पीआईयू के जिम्मे मेंटेनेंस
मेडिकल कॉलेज की डीन डॉ. गीता गुईन का कहना है कि पोल शिफ्टिंग के चलते बिजली जाने की जानकारी मिली थी। मैंने पहले ही जनरेटर के लिए डीजल उपलब्ध करा दिया था। जनरेटर चालू हो सका या नहीं इसकी जानकारी नहीं है। वहीं अस्पताल की अधीक्षक डॉ. लक्ष्मी सिंगोतिया का कहना है कि अभी बिल्डिंग पीआईयू ने हैंडओवर नहीं की है, जिसके चलते रखरखाव और मेंटेनेंस उन्हीं के जिम्मे है। मेरी पीआईयू के अधिकारियों से बात हुई थी, उन्होंने विद्युत व्यवस्था में गड़बड़ी होने की बात बताई थी, जिसे गुरुवार को ठीक करा दिया गया।
विद्युत विभाग की टीम पहुँची
विद्युत विभाग साउथ डिवीजन के डीई नवनीत राठौर ने बताया कि बुधवार रात अस्पताल में स्पार्किंग होने और लाइट जाने की जानकारी पीआईयू से मिली थी। विभाग की टीम रात में पहुँची थी, लेकिन रात में मेंटेनेंस के लिए लाइट बंद करने पर पूरे मेडिकल कॉलेज पर असर पड़ता जो कि अन्य मरीजों के लिए ठीक नहीं था, जिसके बाद गुरुवार सुबह टीम ने पहुँचकर बाधित विद्युत सप्लाई को चालू किया।