पांच साल में नहीं मिला भवन,पंचायत एवं हाईस्कूल के कमरे ही सहारा
भुड़सा में पेड़ के नीचे लग रही हायर सेकेंड्री की कक्षाएं पांच साल में नहीं मिला भवन,पंचायत एवं हाईस्कूल के कमरे ही सहारा
डिजिटल डेस्क,कटनी। बड़वारा तहसील के भुड़सा में पांच साल पहले जब हायर सेकेंड्री की कक्षाएं शुरू हुईं तो छात्र-छात्राओं में भी उत्साह था। विद्यार्थियों का यह उत्साह ज्यादा दिन कायम नहीं रह सका। उनकी उम्मीदों पर शासन ने पानी फेर दिया, क्योंकि पांच साल में हायर सेकेंड्री स्कूल के लिए भवन भी नहीं मिल सका।
हायर सेकेंड्री की कक्षाएं उधार के भवन में लग रही हैं। विद्यार्थियों की संख्या अधिक होने से उधार का भवन भी कम पड़ रहा है जिससे 11 वीं-12 वीं की कक्षाएं बरगद के पेड़ के नीचे संचालित करने शिक्षक विवश हैं। मुख्यमंत्री ने ढीमरखेड़ा प्रवास के दौरान भुड़सा में हायर सेकेंड्री भवन स्वीकृत करने की घोषणा की थी लेकिन पांच साल में वह भी पूरी नहीं हो सकी। वर्तमान में यहां पर अध्ययनरत 300 बच्चे हैं।
स्कूल का उन्नयन, सुविधाएं नदारद-
शासन ने वर्ष 2017 में शासकीय हाईस्कूल का उन्नयन हायर सेकण्ड्री में कर दिया गया। इन्फ्रास्ट्रक्चर की सुविधा नहीं दी गई। हायर सेकेण्ड्री स्कूल के लिए ग्राम पंचायत ने जरुर अपना भवन उधार में दिया, लेकिन कमरों का आकार इतना छोटा है कि सभी बच्चे एक साथ नहीं बैठ सकते। यहीं पर जनशिक्षा केन्द्र भी है। ऐसे में एक कमरा जनशिक्षा केन्द्र के लिए है। जनशिक्षा केन्द्र के ऑफिस में ही प्राचार्य कक्ष और स्टाफ रुम है। हाईस्कूल के भवन में अब तीन कमरे ही बचते हैं, लेकिन बच्चों की संख्या के हिसाब से कमरों का आकार छोटा है।
लैब की सुविधा भी बंद
हाईस्कूल के लिए जिस कक्ष को प्रयोगशाला बनाया गया था। उस कमरे में अब कक्षाएं लगती हैं। दो वर्ष तो कोरोना संक्रमण काल के चलते कक्षाएं बीच-बीच में ही लगी। जिससे किसी तरह की परेशानी नहीं हुई। अब जब नियमित कक्षाएं लगना शुरू हुईं तब शिक्षकों और विद्यार्थियों दोनों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बताया जाता है कि लैब कक्ष में कक्षाएं चलने से बच्चे प्रेक्टिकल नॉलेज से भी दूर होते जा रहे हैं। स्कूल की मजबूरी है कि सिर्फ प्रयोगिक परीक्षाओं के समय ही सामग्री को लैब में सजाकर बच्चों को प्रेक्टिकल की जानकारी देते हैं।
इनका कहना है
भवन नहीं होने से इस तरह की समस्या है। हाईस्कूल में इतने कमरे नहीं हैं कि नवमीं से लेकर कक्षा बारहवीं तक की कक्षाएं एक साथ लगाई जा सके। जब बरसात नहीं होती है तो विद्यार्थियों की कक्षाएं पेड़ के नीचे लगाई जाती है। बारिश होने पर यह कक्षाएं बरामदे में लगती है। वैकल्पिक व्यवस्था से किसी तरह से काम चलाया जा रहा है।
- देवेन्द्र जायसवाल, प्रभारी प्राचार्य
शासकीय उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय भुड़सा में भवन की समस्या है। इस संबंध में प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा गया है। भवन की अनुमति जैसे ही मिलेगी, काम शुरु कर दिया जाएगा। -पृथ्वी पाल सिंह, डीईओ