बोर्ड परीक्षा: 101 केन्द्रों में नजर रखने के लिए निरीक्षण दल गठित
कटनी बोर्ड परीक्षा: 101 केन्द्रों में नजर रखने के लिए निरीक्षण दल गठित
डिजिटल डेस्क , कटनी । एक सप्ताह बाद शुरु होने वाली बोर्ड परीक्षा के लिए प्रशासन ने कमर कस ली है। जिले के 101 केन्द्रों में से 7 को संवेदनशील केन्द्रों के रुप में चिन्हित किया गया है। गुरुवार को निरीक्षण दल का भी गठन कलेक्टर ने कर दिया। थानों से परीक्षा केन्द्र तक पहुंचाने की जिम्मेदारी भी शिक्षकों को सौंप दी गई है। कोरोना संक्रमण कॉल के लिए सभी केन्द्रों में अतिरिक्त कक्ष की भी व्यवस्था की गई है, तॉकि यदि परीक्षा के दौरान कोई विद्यार्थी पॉजिटिव आ जाए तो उसे परीक्षा से वंचित न होना पड़े। इसके साथ सेनिटाईजर और कोविड प्रोटोकॉल की भी व्यवस्था की गई है। 30 हजार 545 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल होंगे।
विद्यार्थियों के लिए यह जानना है जरुरी
परीक्षा के समय विद्यार्थी किसी तरह का मानसिक दवाब न लें। बगैर किसी टेंशन के सभी छात्र परीक्षा दें। अभी समय है, इसलिए अधिक से अधिक फोकस रिवीजन पर किया जाए। प्रेक्टिकल परीक्षा की तिथि भी घोषित कर दी गई है। कक्षा दसवीं में अध्ययनरत नियमित परीक्षार्थियों की प्रेक्टिकल परीक्षा 12 फरवरी से 25 मार्च के बीच होगी। स्वाध्यायी विद्यार्थियों की परीक्षा 18 फरवरी से लेकर 20 मार्च के मध्य होगी। इसी तरह से 12 वीं में अध्ययनरत विद्यार्थियों की प्रायोगिक परीक्षा 12 फरवरी से 25 मार्च के बीच आयोजित होगी।
14 और 15 को सामग्री वितरण
परीक्षा की गोपनीय सामग्री का वितरण 14 और 15 फरवरी को होगा। विकासखण्ड बहोरीबंद, ढीमरखेड़ा, बड़वारा एवं विजयराघवगढ़ के 63 परीक्षा केन्द्रों की सामग्री संबंधित 14 फरवरी को दी जाएगी। इसी तरह से अगले दिन 15 फरवरी को कटनी और रीठी के 38 परीक्षा केन्द्रों की सामग्री का वितरण होगा। समन्वयक केंद्र शासकीय उत्कृष्ट उमावि माधवनगर से किया जाएगा। सामग्री का वितरण सुबह 9 बजे से होगा। इस दौरान संबंधित स्कूल के कर्मचारी या परीक्षा प्रभारी को दो पेटी ले जाना होगा।
निगरानी दल का गठन
जिले के संपूर्ण परीक्षा केन्द्रों की निगरानी का जिम्मा जिला शिक्षा अधिकारी पीपी सिंह, आईटी सेल समन्वयक राकेश बारी, रमसा एपीसी अभय जैन, व्यवसायिक समन्वयक मुकेश द्विवेदी को सौंपा गया है। कटनी विकासखण्ड की जिम्मेदारी बीईओ एमपी डुंगडुंग, विगढ़ के परीक्षा केन्द्रों की निगरानी के लिए बीईओ एके कोरी को दिया गया है। इसी तरह से अन्य विकासखण्डों के लिए वहीं के बीईओ को जिम्मेदारी दी गई है। निरीक्षण दल परीक्षा के समय निगरानी करते हुए प्रतिदिन जांच प्रतिवेदन डीईओ कार्यालय में सौंपेगे।