भाजपा विधायक ने कहा-अमेहटा प्लांट में स्थानीय लोगों की उपेक्षा

बिहार, पश्चिम बंगाल और बंगला देश के लोग काम कर रहे भाजपा विधायक ने कहा-अमेहटा प्लांट में स्थानीय लोगों की उपेक्षा

Bhaskar Hindi
Update: 2021-10-13 16:30 GMT
भाजपा विधायक ने कहा-अमेहटा प्लांट में स्थानीय लोगों की उपेक्षा

डिजिटल डेस्क कटनी। पूर्व मंत्री एवं विजयराघवगढ़ विधायक संजय पाठक ने अमेहटा में निर्माणाधीन सीमेंट प्लांट में स्थानीय लोगों की उपेक्षा कर अन्य राज्यों सहित बंगला देश के काम करने का आरोप लगा कर प्रशासन को सकते में डाल दिया है। अमेहटा में निर्माणाधीन एसीसी सीमेंट प्लांट में स्थानीय बेरोजगारों एवं ठेकेदारों को काम देने सहित अन्य मुद्दों को लेेकर विधायक संजय पाठक ने मंगलवार को बिरुहली स्थित अपने फार्म हाउस में बैठक ली थी। इस बैठक में एसीसी के प्लांट हैड सहित जिला प्रशासन और पुलिस की ओर से अधिकारी उपस्थित थे। बैठक के बाद मीडिया से चर्चा करते हुए विधायक श्री पाठक ने यह कह कर सनसनी मचा दी कि अमेहटा प्लांट मेें बिहार, पश्चिम बंगाल सहित बंगला देश के नागरिक भी काम कर रहे हैं। विधायक श्री पाठक ने कहा कि अमेहटा में सीमेंट प्लांट के उद्घाटन के समय प्लांट प्रबंधन ने 70 प्रतिशत लोगों को काम देने का आश्वासन दिया था।
अमेहटा प्लांट में साढ़ेतीन हजार लोग काम कर रहे हैं   उनमें से पूरे प्रदेश से मात्र 1362 एवं विजयराघवगढ़ विधानसभा क्षेत्र के मात्र 350 लोगों को काम दिया गया है। जबकि पूरे प्रदेश के श्री पाठक ने कहा कि दशहरा बाद फिर बैठक होगी यदि प्लांट प्रबंधन ने संतोषजनक कार्य नहीं किया तो वह मुख्यमंत्री से भी बात
करेंगे। वहीं बैठक में श्री पाठक ने कहा कि स्थानीय लोगों के हित में जो उचित होगा उसके लिए मैं सब कुछ करूंगा। श्री पाठक ने कहा कि स्थानीय लोगों को बाहरी कामगारों से कम मजदूरी दी जा रही है। वहीं राजस्थान एवं कर्नाटक के लेबर कांट्रेक्टर के माध्यम से मजदूर लगाए जा रहे हैं।
नहीं हो रहा मजदूरों का सत्यापन-
विधायक श्री पाठक ने दैनिक भास्कर से चर्चा करते हुए कहा कि नियमानुसार अन्य राज्यों से आने वाले मजदूरों का वहां की पुलिस से व्हेरीफिकेशन कराया जाना चाहिए। कोविड प्रोटोकाल के तहत बाहर से आने वाले लोगों का आरटीपीसीआर टेस्ट या दोनों वैक्सीन होना जरुरी है। एसीसी प्रबंधन  दोनों कार्य नहीं कर रहा हैै। दबाव के बाद आरटीपीसीआर टेस्ट की औपचारिकता निभाई
जा रही है पर पुलिस व्हेरीफिकेशन नहीं किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि एक माह पहले एसीसी के मैनेजर के बंगले में हुई चोरी की वारदात के बाद मजदूरों के सत्यापन का मामला उठा था तब कैमोर थाना प्रभारी ने ठेकेदारों को नोटिस जारी करने की बात कही थी लेकिन उसके बाद मामला फिर ठंडे बस्ते में चला गया।
प्रशासन ने किया किनारा-
इस संंबंध में  एसडीओपी शिखा सोनी से सम्पर्क करने का प्रयास किया लेकिन उन्होने कॉल रिसीव नहीं किया। वहीं कैमोर थाना प्रभारी अरविंद जैन ने कहा कि वह विधायक जी का निजी मामला है और उस बैठक के संंबंध या विधायक जी के मामले में कुछ नहीं कहूंगा। इतना कहकर थाना प्रभारी ने फोन काट दिया।

Tags:    

Similar News