मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना : वर वधु को दो माह बाद भी नहीं मिली प्रोत्साहन राशि
मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना : वर वधु को दो माह बाद भी नहीं मिली प्रोत्साहन राशि
डिजिटल डेस्क, कटनी। शासन के खर्चे पर शादी बंधन में बंधे सैंकड़ों जोड़ों को गृहस्थी बसाने के लिए दो माह बाद भी राशि नहीं मिल सकी है। जनवरी और फरवरी माह में मुख्यमंत्री कन्या विवाह/निकाह योजना के तहत 6 जनपद और 2 नगरीय निकाय में 223 हितग्राहियों की शादी जनप्रतिनिधियों और अफसरों के सामने हुई। सरकारी व्यवस्था के तहत तो बैंड बाजों के साथ वर और वधू पक्ष के लोगों की खाने-पीने की भी व्यवस्था रही। आयोजन स्थल से वर-वधू अपने परिवार के साथ खुशी-खुशी रवाना हुए। अब वर-वधू पक्ष के लोग राशि पाने के लिए कार्यालयों और जनपदों के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन कन्या के खाते में 48 हजार की राशि कब आएगी। इस संबंध में बैंक और जनपद के अधिकारी किसी तरह से ठोस जवाब नहीं दे पा रहे हैं।
चक्कर लगाकर परेशान हितग्राही
घर पहुंचने के बाद 48 हजार की राशि पाने के लिए हितग्राही कभी पंचायत तो कभी जनपदों के चक्कर लगाते रहे। यहां से अधिकारियों के द्वारा यह कहा जाता रहा कि उनके खातों में बैंक में सीधे राशि जमा कर दी जाएगी। इसके बाद हितग्राही बैंक भी पहुंचे। वहां पर भी हितग्राहियों की राशि के संबंध में कोई ठोस जवाब नहीं मिला।
बजट की कमी से बनीं परेशानी
बजट की कमीं से यहां पर इस तरह की परेशानी बढ़ी। नए वित्तीय वर्ष में जब बजट मिलेगा। तभी ही 1 करोड़ 13 लाख 73 हजार रुपए की राशि मिल पाएगी। जिसके बाद ही हितग्राहियों के खातों में इस राशि को ट्रांसफर किया जाएगा। इसके लिए अभी एक से दो माह का और समय लग सकता है। तब तक जोड़ों को उधार के भरोसे ही अपनी गृहस्थी के लिए सामग्री का इंतजाम करना पड़ेगा।
यह है जनपदों की स्थिति
सबसे अधिक जोड़ों का विवाह बड़वारा जनपद में ही हुआ। यहां पर जनवरी माह में 59 जोड़ों का विवाह रीति-रिवाज के साथ हुआ। इसके बाद कटनी जनपद में 51 जोड़े परिणय सूत्र में बंधे। जनपद पंचायत रीठी में 34, जनपद पंचायत ढीमरखेड़ा में 21 और जनपद पंचायत बहोरीबंद में 20 युगल हमसफर बनें। नगरीय निकाय में नगर परिषद कैमारे में 10 और नगर निगम कटनी में 12 जोड़े एक-दूजे का हाथ थामते हुए साथ-साथ चलने का संकल्प लिए। यहां पर अफसरों और जनप्रतिनिधियों ने हितग्राहियों को यह भरोसा दिलाया था कि जल्द ही उनके खातों में राशि आ जाएगी। इसके बावजूद एक भी हितग्राही के खाते में राशि नहीं पहुंची।
कोषालय को जानकारी ही नहीं
इस संबंध में जिला कोषालय कार्यालय पूरी तरह से अनभिज्ञ दिखाई दिया। यह राशि कहां से जारी होनी है। इस संबंध में भी यहां के अधिकारी कोई ठोस जवाब नहीं दे सके। जिला कोषालय अधिकारी डीके द्विवेदी ने कहा कि इस तरह की फाइल के संबंध में उन्हें किसी तरह की जानकारी नहीं है।
इनका कहना है
बजट नहीं होने से इस तरह की स्थिति बनीं है। जैसे ही बजट मिलेगा, राशि खातों में जमा करा दी जाएगी।
- दीपक सिंह, प्रभारी अधिकारी, सामाजिक न्याय विभाग कटनी