मोदी के खिलाफ गड़चिरोली के बांबोले चुनाव मैदान में, वाराणसी पहुंचकर दाखिल किया नामांकन
मोदी के खिलाफ गड़चिरोली के बांबोले चुनाव मैदान में, वाराणसी पहुंचकर दाखिल किया नामांकन
डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली। लोकसभा चुनाव की सरगर्मियों में सर्वाधिक सियासी हलचलें उत्तरप्रदेश के वाराणसी लोकसभा क्षेत्र में देखी जा रहीं है। ऐसा होने के पीछे एक प्रमुख कारण यह भी हैं कि, इस सीट से देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनाव लड़ रहे हैं, लेकिन उनके प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवार के रूप में अब देश के अतिपिछड़े व नक्सलग्रस्त गड़चिरोली के निवासी विनय बांबोले ने भी अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। ऐसा करने वाले बांबोले गड़चिरोली के इतिहास में पहले उम्मीदवार होकर उनका नामांकन अब चर्चा का विषय बनते जा रहा है।
ऑल इंडिया शेड्यूल्ड कास्ट फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनय बांबोले ने गुरूवार को वाराणसी लोकसभा क्षेत्र के लिए निर्दलीय के रूप में अपना नामांकन दाखिल किया है। दैनिक भास्कर के साथ हुई बातचित में बांबोले ने बताया कि, सदियों से गड़चिरोली जिला अविकसित और नक्सलग्रस्त के रूप में परिचित है। जिले का विकास केवल कागजों पर ही किया जा रहा है। राजनैतिक तानाशाही के विरोध में यह नामांकन दाखिल किये जाने की जानकारी उन्होंने दी। उनका मानना है कि, प्रधानमंत्री मोदी ने अब तक गड़चिरोली पर ध्यान नहीं दिया है। उनका ध्यान बटाने के लिए ही चुनाव आखाडे में उनके प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल किया गया है।
यहां बता दें कि, ऑल इंडिया शेड्यूल्ड कास्ट फेडरेशन की ओर से बांबोले द्वारा जिले में विभिन्न प्रकार के कार्य किये जा रहें है। पीडि़त व शोषित वर्ग को न्याय दिलाने के लिए उनके द्वारा कई आंदोलन व मोर्चे भी किये गये है। मात्र सत्रहवें लोकसभा चुनाव के दौरान उनके द्वारा सीधे पीएम मोदी के खिलाफ नामांकन दाखिल किये जाने से उनका नामांकन समूचे जिले में चर्चा का विषय बनता जा रहा है।