अन्ना हजारे ने वापस ली भूख हड़ताल की घोषणा, सरकार को तीन महीनों का अल्टीमेटम
पुनर्विचार अन्ना हजारे ने वापस ली भूख हड़ताल की घोषणा, सरकार को तीन महीनों का अल्टीमेटम
डिजिटल डेस्क, अहमदनगर। मॉल-सुपर बाजार सहित किराना दुकानों से वाइन ब्रिकी संबंधी राज्य सरकार के फैसले के खिलाफ भूख हड़ताल की घोषणा करने वाले अन्ना हजारे ने फिल्हाल पुनर्विचार के लिए सरकार को समय देने की बात कही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को फैसले पर पुनर्विचार के लिए तीन महीनों का अल्टीमेटम दिया गया है, सरकार जनता की भावनाएं समझें। पारनेर तहसील के रालेगणसिद्धि में ग्राम सभा के दौरान समाजसेवी अन्ना हजारे ने लोगों से सुझाव लिए। लिहाजा ग्रामीणों ने एकमत से कहा कि अन्ना की काफी उम्र हो चुकी है, लिहाजा भूख हड़ताल का इरादा त्यागना जरूरी है। राज्य सरकार को अपने फैसले पर पुनर्विचार के लिए कुछ दिनों की मोहलत दी जाए. इस बीच (तीन महीनों में) राज्य की सभी ग्राम पंचायतों से आग्रह किया जाए, कि वे अपनी ग्राम सभाओं में सरकार के कदम के खिलाफ प्रस्ताव पारित कर भेजें।
इस दौरान अन्ना हजारे का कहना था कि किराना दुकानों से भी बाइन की बिक्री संबंधी राज्य सरकार की नीति दुर्भाग्यपूर्ण है। सरकार के उक्त फैसले के बाद अब जीने की इच्छा बाकी नहीं रही है, शराबखोरी हमारी संस्कृति नहीं है। छत्रपति शिवाजी महाराज, संत तुकाराम जैसे महापुरुषों के महाराष्ट्र में वाइन की संस्कृति नहीं है. महापुरुषों के विचारों के संवर्धन के लिए समूचे राज्य में कितने ही कीर्तनकार प्रवचन करते हैं, ऐसे में किराना दुकानों से वाइन बिक्री का निर्णय शर्मनाक है