कार्रवाई: अहमदनगर मनपा आयुक्त पर एसीबी की कार्रवाई, क्लर्क सहित दो फरार - ऑफिस-घर सील
- कार्रवाई में ऑफिस, घर किया सील
- 8 लाख की रिश्वत मामले में जालना एसीबी की कार्रवाई
- क्लर्क सहित दोनों फरार
डिजिटल डेस्क, अहमदनगर. मनपा आयुक्त एवं प्रशासक डॉ. पंकज जावले (47, मजलगांव) ने क्लर्क श्रीधर देशपांडे (48) के माध्यम से निर्माण कार्य अनुमति के लिए 8 लाख रुपए की रिश्वत मांगने के मामले में छत्रपति संभाजीनजगर के जालना भ्रष्टाचार निरोधक विभाग टीम ने गुरुवार को कार्रवाई की। एसीबी टीम की कार्रवाई की जानकारी मिलते ही आयुक्त, लिपिक सहित फरार हो गए है। टीम ने आयुक्त के शासकीय घर, मनपा में उनका केबिन तथा बुराहान नगर में लिपिक देशपांडे का घर सील कर दिया है।
जानकारी क अनुसार शिकायतकर्ता अपने पार्टनर के साथ 4के रियल्टी के नाम से निर्माण व्यवसाय चलाता है। उन्होंने अहमदनगर मनपा की सीमा में मौजे नालेगांव में 2260.22 वर्ग मीटर का एक प्लॉट खरीदा है। शिकायतकर्ता उक्त भूखंड पर एक भवन का निर्माण करना चाहता है, इसलिए निर्माण की अनुमति प्राप्त करने के लिए 18 मार्च को अहमदनगर मनपा कार्यालय में ऑनलाइन आवेदन (नंबर 254531) किया गया था।
जावले ने उक्त अनुमति के लिए देशपांडे के माध्यम से 9,30,000 रुपए की रिश्वत मांगी थी, लेकिन यह बात 8 लाख में तय हुई। इसके खिलाफ शिकायतकर्ता ने 19 जून को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (जालना कार्यालय) में शिकायत दर्ज कराई। 19 और 20 जून को शिकायत का सत्यापन किया गया, जिसमें इस बात की पुष्टि हुई कि देशपांडे ने आयुक्त जावले से निर्माण की अनुमति दिलाने के लिए शिकायतकर्ता से 8 लाख रुपये की रिश्वत मांगी है।
सूत्रों के अनुसार 27 जून को यह रिश्वत दी जानी थी, इसलिए एसीबी ने मनपा कार्यालय में जाल बिछाया था, लेकिन इस बात की भनक लगते ही मनपा आयुक्त और उनका लिपिक दोनों फरार हो गए। खबर लिखे जाने तक तोफखाना थाने में केस दर्ज करने की प्रक्रिया चल रही थी।