जबलपुर हाई कोर्ट में अधिवक्ता द्वारा फाँसी लगाए जाने की घटना के विरोध में मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को सौंपा गया ज्ञापन

शहडोल जबलपुर हाई कोर्ट में अधिवक्ता द्वारा फाँसी लगाए जाने की घटना के विरोध में मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को सौंपा गया ज्ञापन

Bhaskar Hindi
Update: 2022-10-01 08:30 GMT
जबलपुर हाई कोर्ट में अधिवक्ता द्वारा फाँसी लगाए जाने की घटना के विरोध में मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को सौंपा गया ज्ञापन

डिजिटल डेस्क,शहडोल। जबलपुर हाई कोर्ट में अधिवक्ता द्वारा फाँसी लगाए जाने की घटना के विरोध में जिला अधिवक्ता संघ शहडोल द्वारा मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को सौंपा गया ज्ञापन।

मध्य प्रदेश हाई कोर्ट परिसर, जबलपुर में शुक्रवार को शाम चार बजे उस समय हंगामा मच गया, जब एक युवा अधिवक्ता का शव रखकर सभी अधिवक्ता प्रदर्शन करने लगे। हाई कोर्ट के हनुमान मंदिर के सामने शव आधा घण्टा रखा रहा। आक्रोशित वकील घटना की सीबीआई जांच की मांग कर रहे थे। इसी दौरान कुछ आक्रोशित वकीलों से सम्बंधित कोर्ट व मुख्य न्यायाधीश की कोर्ट के आसपास तोड़फोड़ भी कर दी गई। और वरिष्ठ अधिवक्ता मनीष दत्त के स्टेट बार भवन में बने कार्यालय में तोड़फोड़ के साथ आग लगा दी। लिहाजा, फायरब्रिगेड बुलाई गई।

आक्रोशित वकीलों को नियंत्रित करने पुलिस को हल्का बल प्रयोग करते हुए लाठीचार्ज भी करना पड़ा। उनका आरोप था, कि शुक्रवार को सुबह युवा अधिवक्ता अनुराग साहू महिला आरक्षक से दुष्कर्म के आरोपित टीआई संदीप अयाची की जमानत अर्जी का विरोध करने न्यायमूर्ति संजय द्विवेदी की कोर्ट में खड़े हुए थे। इसी दौरान कुछ दलीलों के दौरान ऐसा कुछ हुआ, जिससे तनाव में आकर साहू सीधे घर गए और आत्महत्या कर ली। जिसकी जानकारी लगते ही सैकड़ों की संख्या में वकील नारेबाजी करने लगे। वे अनुराग का शव उसके घर से लेकर हाई कोर्ट परिसर आ गए। उनका आरोप है कि कोर्ट में जो हुआ, उसकी जांच हो।

Tags:    

Similar News