जहर गटकने के बाद किसान ने परिवार को लगाया वीडियो कॉल
यवतमाल जहर गटकने के बाद किसान ने परिवार को लगाया वीडियो कॉल
डिजिटल डेस्क, मारेगांव. भाईदूज की पूर्वसंध्या पर मारेगांव तहसील में किसान और खेतिहर मजदूर ने आत्महत्या कर ली। इससे मारेगांव में शोक की लहर है। मृतकों के नाम सचिन ढोरे और जीवन जांभुलकर बताए जाते हैं। बताया जाता है कि चोपण निवासी किसान सचिन ढोरे ने जहर गटकने के बाद पत्नी को वीडियो कॉल लगाया था। इसमें उन्होंने आखिरी बार पत्नी, बच्चे और माता, पिता से बात करने की इच्छा जताई । मगर इस दौरान आखिरी बात नहीं हो पायी। इसके बाद से उसे ढूंढना शुरू था। खोजबीन के बाद जंगल में उसका शव पाया गया। उसके वीडियो कॉल से पता चलता है कि कोई भी किसान आत्महत्या करना नहीं चाहता। यह चर्चा चोपण गांव में हो रही है। जानकारी के अनुसार चोपण निवासी किसान सचिन विट्ठल ढोरे (37) ने 25 अक्टूबर की रात जहर गटक लिया था। रात 11.30 बजे यह बात पता चली। लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। सचिन अल्पभूधारक किसान थे। बाढ़ के कारण उनके खेत की फसल बर्बाद हो गई थी। खेती पर ही उनके परिवार की आजीविका निर्भर थी। पैसा न आ पाने के कारण वह दिवाली तक नहीं मना पा रहे थे। इसी के साथ आगामी जीवन कैसे जिएंगे यह चिंता उन्हें खाए जा रही थी। उन्होंने गांव के पास के जंगल में जाकर जहर पीकर आत्महत्या कर ली। देर रात तक घर नहीं आने से ग्रामीणों ने जब उन्हें खोजा तो जंगल में जहर पीने से उनकी मौत हो चुकी थी। उनका शव ग्रामवासियों को दिखाई दिया। मारेगांव पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने घटनास्थल पहुंचकर पंचनामा कर शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
दूसरी ओर सालदार के रूप में कार्यरत किसान मजदूर ने भाईदूज की पूर्वसंध्या शाम 7 बजे जहर पीकर आत्महत्या कर ली। मृतक का नाम जीवन गणपत जांभुलकर (47) है। वह म्हैसदोडका गांव में एक किसान के यहां सालदार के रूप में कार्यरत थे। सुबह वह खेत गए थे लेकिन शाम को घर नहीं लौटे तो खेत मालिक उन्हें तलाशते हुए खेत में पहुंचे। जहां वह मृतावस्था में दिखाई दिए। पुलिस ने उनके शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भिजवा दिया।