संभाग के 837 किसानों को अब तक नहीं हुआ भुगतान, सबसे अधिक ५०५ उमरिया जिले के
शहडोल संभाग के 837 किसानों को अब तक नहीं हुआ भुगतान, सबसे अधिक ५०५ उमरिया जिले के
डिजिटल डेस्क, शहडोल । संभाग में धान उपार्जन का काम १५ जनवरी को समाप्त हो चुका है। धान का परिवहन भी लगभग पूरा हो गया है, लेकिन अब तक ८३७ किसानों को उनकी फसल का भुगतान नहीं हुआ है। इनमें शहडोल जिले के १४५, अनूपपुर जिले के १८७ और उमरिया जिले के सबसे अधिक ५०५ किसान शामिल हैं। किसानों को तीन करोड़ से अधिक का भुगतान होना है।
शहडोल जिले में सबसे अधिक ८५ किसान चन्नौड़ी सहकारी समिति के हैं। यहां मोहिनी स्वसहायता समूह हथगला के माध्यम से इस बार धान की खरीदी की गई है। इस खरीदी केंद्र में कुल २६७ किसान पंजीकृत थे। समिति में कुल १७ हजार ९४ क्विंटल धान की खरीदी हुई थी। इसके विरुद्ध किसानों को ३ करोड़ ३१ लाख रुपए से अधिक की राशि का भुगतान होना था। अब तक ८५ किसानों को राशि का भुगतान नहीं किया गया है। इसी तरह सहकारी समिति टिहकी के बसही खरीदी केंद्र के ७ किसानों को भी भुगतान नहीं हुआ है। जबकि कुछ अन्य खरीदी केंद्रों के इक्का-दुक्का किसानों का भुगतान अटका है।
उमरिया में १.५४ करोड़, शहडोल में ७३ लाख का भुगतान शेष
किसानों को राशि का भुगतान न होने के पीछे तीन कारण बताए जा रहे हैं। पोर्टल में कुछ तकनीकी समस्या (ईपीओ पुश नहीं होने) के कारण भुगतान पेंडिंग है। नोडल एजेंसी एमपीएससीएससी द्वारा स्वीकृत पत्रक जारी नहीं होने के कारण और पोर्टल में ईपीओ की लिस्ट में किसानों का नाम प्रदर्शित नहीं होने के कारण भुगतान नहीं हो पा रहा है। संभाग में तीन करोड़ से अधिक का भुगतान होना शेष है। शहडोल जिले में १४५ किसानों का ७३.२७ लाख, अनूपपुर में २२ किसानों का १८७ लाख और उमरिया जिले में ५०५ किसानों का १५४.४३ लाख रुपए का भुगतान अटका है।
बसही खरीदी केंद्र से डेढ़ माह बाद १४२ क्विंटल धान का उठाव
कुछ खरीदी केंद्रों से अभी धान का उठाव भी नहीं हुआ था। सहकारी समिति टिहकी के बसही खरीदी केंद्र में खरीदी के बाद से १४२ क्विंटल (३८५ बोरी) धान पड़ी हुई थी। धान के परिवहन के लिए संस्था प्रबंधक द्वारा प्रभारी जिला प्रबंधक नान को कई बार लिखित में सूचना दी गई थी। इसके बाद भी परिवहन नहीं हो पाया था। इसके चलते किसानों का भुगतान भी नहीं हो पा रहा था। बताया जाता है कि गुरुवार को दोपहर में धान का उठाव हुआ है। समिति से मिली जानकारी के अनुसार यहां सात किसानों का धान रखा हुआ था। इस सभी का अभी भुगतान होना शेष है।
कलेक्टर ने भेजी टीम किसानों से की बात
परिवहन होने के बावजूद किसानों का भुगतान नहीं होने संबंधी खबर पिछले दिनों दैनिक भास्कर ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था। कलेक्टर वंदना वैद्य ने इसे गंभीरता से लिया और संबंधित विभाग को वस्तुस्थिति का पता लगाने के निर्देश देते हुए विशेष टीम जायजा लेने के लिए भेजा था। बताया जता है कि बुधवार को टीम चन्नौड़ी केेंद्र पहुंची थी। इस संबंध में जिला आपूर्ति नियंत्रक और प्रभारी डीएम नागरिग आपूर्ति निगम कमलेश टांडेकर ने बताया कि अधिकारियों की टीम ने उन किसानों से पूछताछ की जिनका भुगतान नहीं हो पाया है। वेयर हाउस से दस्तावेज समय पर प्राप्त नहीं हो पाए थे, जिनसे भुगतान प्रक्रिया होती है। वांछित दस्तावेज प्राप्त हो चुके हैं, कुछ ही दिन में सभी किसानों का भुगतान हो जाएगा।