जिले में 80 नल जल योजना बंद, छोटे जलस्रोत सूखे
सिवनी जिले में 80 नल जल योजना बंद, छोटे जलस्रोत सूखे
डिजिटल डेस्क,सिवनी। जिले में पानी की संकट जनवरी माह में ही शुरु हो गया था। अब तो स्थिति में और भी गंभीर होने लगी है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार 300 फिट तक जमीन के भीतर का जलस्तर घट गया है लेकिन लोगों की माने तो पानी और भी नीचे गया है। बोरिंग के दौरान लोगों के घरों में 500 से 500 फिट के बाद तो कही कहीं-कहीं तो 700 फिट तक पानी निकला। हालांकि जिला जल अभावग्रस्त होने के बाद से ही बोरिंग पर प्रतिबंध लगा हुआ है। वर्तमान में कई हैंडपंपों से पानी की जगह हवा निकल रही है।
सूखी छोटी नदियां और नाले
पिछले साल औसत से अधिक बारिश भी होने के बाद भी पानी की समस्या बनी है। डेढ़ माह पहले ही कई छोटी नदियों और नालों में पानी सूख गया है। कुरई विकासखंड की नेवरी नदी में पानी ही नहीं बचा है। बरघाट के हिर्री और बंडोल क्षेत्र की सागर नदी में कई स्थानों में पानी नहीं है। वर्तमान में वैनगंगा नदी में ही पानी है लेकिन वह भी कम।
जल स्तर की स्थिति
क्षेत्र जलस्तर
लखनादौन 65-70 मीटर
घंसौर 50-55 मीटर
सिवनी,कुरई 35-40 मीटर
केवलारी बरघाट 40-45 मीटर
छपारा धनौरा 36-45मीटर
(आंकड़े पीएचई के अनुसार)
बंद हो रही नलजल योजनाएं
जिले में पूर्व की नलजल योजनाएं भी पानी की समस्या के कारण बंद होने लगी हैं। जिले में कुल 929 नलजल योजनाए हैं इसमें से 79 बंद हैं। ये जल्रसोत सूखने के कारण बंद होना बताया गया है। बरघाट ,कुरई और छपारा जनपद की अधिकांश ग्राम पंचायतों में नजलजल योजनाओं का संचालन प्रभावित हुआ है। कहीं-कहीं बोर में तो पानी कम हो गया है। धारनाकला ग्राम पंचायत में तो पानी को लेकर ही सड़क जाम कर प्रदर्शन किया गया था।
इनका कहना है
जलजीवन मिशन के तहत काम जारी हैं। एकल समूह की योजनाओं पर विभागीय स्तर पर सुधार कार्य भी किया जा रहा है। जिनते हैंडपंप का टारगेट था वे पूरे हो चुके हैं। अभी 150 हैंडपंप के लिए रिक्वारयमेंट भेजी है।
सुरेश नाग, ईई, पीएचई