गुजरात के राजकोट में जिंदा जले 4 युवक, 2 की मौत
12 दिन पहले अमरपाटन के खरवाही से निकले थे काम की तलाश में गुजरात के राजकोट में जिंदा जले 4 युवक, 2 की मौत
डिजिटल डेस्क सतना। मेहनत-मजदूरी कर अपने-अपने परिवारों की मदद का सपना लेकर 12 दिन पहले गुजरात गए 4 युवक आग लगने की घटना में बुरी तरह झुलस गए, जिनमें से 2 की मौत हो गई और 2 गंभीर हालत में जिंदगी-मौत के बीच झूल रहे हैं। पुलिस ने बताया कि अमरपाटन थाना क्षेत्र के खरवाही निवासी कमलेशपुत्र रामकरण पाल 38 वर्ष, पवन पुत्र कल्लू पाल 19 वर्ष, राहुल पुत्र समयलाल पाल 19 वर्ष और आशीष पुत्र सिद्धपाल बीते 10 सितंबर को रोजगार की तलाश में राजकोट गए और वहां के मोरबी कस्बे की एक फैक्ट्री में मजदूरी करने लगे। चारो लोगों ने फैक्ट्री के पास ही किराये पर कमरा ले लिया था, जहां 17 सितंबर की रात को अचानक आग लग गई, जिसकी चपेट में आने से सभी युवक बुरी तरह झुलस गए, जिनको स्थानीय पुलिस ने गंभीर हालत में अस्पताल पहुंचा दिया। इसके साथ ही परिजनों को फोन पर हादसे से अवगत कराया तो पीडि़तों के घर वाले फौरन मोरबी के लिए रवाना हो गए, लेकिन जब तक परिजन मोरबी अस्पताल पहुंचे तब तक कमलेश की सांसें थम चुकी थीं और तीन युवक भी खराब स्थिति में थे। परिवार के लोगों ने फैक्ट्री प्रबंधन से मदद मांगी, लेकिन कोई सहयोग नहीं मिला तो अपने ही खर्चे पर कमलेश का शव और घायलों को अलग-अलग एम्बुलेंस से लेकर बुधवार की दोपहर को सतना के लिए निकल पडे, लेकिन जबलपुर पहुंचने से पहले ही पवन पाल ने भी दम तोड़ दिया।
2 को कराया जबलपुर में भर्ती ---
एक ही परिवार के 2 युवकों को खो चुके परिजनों ने आशीष और राहुल की जान बचाने के लिए दोनों को जबलपुर के एक अस्पताल में भर्ती करा दिया, तो मृतकों के शव गांव के लिए रवाना कर दिए। परिजनों के हवाले से जानकारी देते हुए खरवाही के सरपंच विनोद कुमार अग्निहोत्री ने बताया कि मृतकों में कमलेश पाल शादीशुदा था। उसकी एक बेटी भी है। इस हादसे का शिकार हुए युवाओं के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है, तो गांव में मातम पसर गया है।