कोरोना संक्रमण के दौरान 32 शिक्षकों ने जान गवाई, अनुकम्पा नियुक्ति केवल तीन के आश्रितों को मिली
कोविड-19 अनुकम्पा नियुक्ति योजना में पेंच कोरोना संक्रमण के दौरान 32 शिक्षकों ने जान गवाई, अनुकम्पा नियुक्ति केवल तीन के आश्रितों को मिली
डिजिटल डेस्क कटनी । कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में अप्रैल में ही शिक्षा विभाग के 32 कर्मचारियों की मौत हो गई थी। इनमें प्राचार्य, प्रधानाध्यापकों सहित शिक्षक, लिपिक एवं भृत्य शामिल हैं। जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय द्वारा भोपाल भेजी गई सूची में 17 शिक्षकों की मौत कोरोना संक्रमण होने का उल्लेख किया गया है पर मुख्यमंत्री कोविड-19 अनुकम्पा नियुक्ति योजना में केवल तीन दिवंगत कर्मचारियों के आश्रितों को ही नियुक्ति मिली। शिक्षा विभाग ने मुख्यमंत्री कोविड-19 अनुकम्पा नियुक्ति योजना में पांच दिवंगत कर्मचारियों के आश्रितों का चयन किया था। इनमें से एक कर्मचारी के आश्रित की उम्र कम निकल गई जबकि शिक्षिका का पति निर्धारित योग्यता पूरी नहीं करता जिससे उनका चयन लटक गया। अन्य दिवंगत कर्मचारियों के मुख्यमंत्री कोविड-19 अनुकम्पा नियुक्ति योजना में शामिल नहीं होने के पीछे नियमों का पेंच बताया जा रहा है।
संकुल केन्द्रों ने सौंपी सूची
संकुल केन्द्र प्रभारियों द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय को मृत कर्मचारियों की सौंपी गई सूची में 32 लोग शामिल हैं, जिनकी मौत अप्रैल 2021 में हुई थी। इनमें से 19 कर्मचारियों की मौत का कारण कोरोना दर्ज किया गया है। डीईओ आफिस में पदस्थापना शाखा के लिपिक अजय खरे के अनुसार कोरोना संक्रमण से मृत कर्मचारियों के लिए मुख्यमंत्री विशेष अनुकम्पा नियुक्ति योजना लागू की गई है। शासन ने इसके लिए आरटीपीसीआर जांच में रिपोर्ट पॉजिटिव होने पर ही लाभ देने के निर्देश जारी किए हैं। डेथ सर्टिफिकेट में बीमारी नहीं, आरटीपीसीआर रिपोर्ट जरूरी शासकीय एवं निजी अस्पतालों में भर्ती मरीजों का उपचार भले ही कोरोना का हुआ हो लेकिन मृत्यु प्रमाण पत्रों में बीमारी का उल्लेख नहीं किया जा रहा है। मुख्यमंत्री कोविड-19 अनुकम्पा नियुक्ति योजना में पात्रता के लिए मृत्यु प्रमाण पत्र के साथ आरटीपीसीआर की पॉजिटिव रिपोर्ट जरुरी है। इनमें कई शिक्षक ऐसे भी हैं जिनके सैम्पल ही नहीं लिए गए या फिर रिपोर्ट निगेटिव आई। उनके आश्रितों को इस योजना में शामिल नहीं किया गया। सामान्य मौत में अनुकम्पा नियुक्ति के लिए पदों का खाली होना आवश्यक है। जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार कोरोना से मृत तीन शिक्षकों संदीप पुरवार, राजेश तंतुवाय एवं नवल किशोर के आश्रितों को अनुकम्पा नियुक्ति के पत्र पिछले दिनों सौंप दिए गए। जबकि लक्ष्मी जायसवाल के पति द्वारा आवश्यक दस्तावेज जमा नहीं किए गए। वहीं शिक्षक वीरेन्द्र बैरागी के पुत्र की उम्र कम होने से अनुकम्पा नियुक्ति लटक गई।