नाशिक-पुणे के सेमी बुलेट ट्रेन के लिए 30 फीसदी भूमि अधिग्रहण का काम पूरा
2027 तक परियोजना नाशिक-पुणे के सेमी बुलेट ट्रेन के लिए 30 फीसदी भूमि अधिग्रहण का काम पूरा
डिजिटल डेस्क, मुंबई। नाशिक से पुणे के बीच चलने वाले सेमी बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण का कार्य तेजी से चल रहा है। फिलहाल 30 फीसदी भूमि अधिग्रहण का कार्य पूरा हो चुका है। इस परियोजना के पूरा होने के बाद नाशिक से पुणे की यात्रा 2 घंटे में पूरी हो सकेगी। फिलहाल बस ये यह दूरी तय करने में सात से आठ घंटे लगते हैं। यह परियोजना रेल मंत्रालय व महाराष्ट्र सरकार के संयुक्त उपक्रम महारेल द्वारा पूरी की जाएगी। महा रेल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दैनिक भास्कर को बताया कि 230 किलोमीटर लंबी इस रेल परियोजना के लिए फिलहाल भूमि अधिग्रहण का कार्य चल रहा है। कोरोना महामारी के कारण इस परियोजना के कार्य में भी रुकावट आई थी। पहले इस परियोजना को वर्ष 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था। पर कोरोना के चलते हुई देरी के बाद इसे 2027 में शुरु किया जाएगा। अधिकारी ने बताया कि इस परियोजना के लिए 20-20 फिसदी हिस्सेदारी राज्य सरकार व रेलवे देगी जबकि 60 प्रतिशत रकम का इंतजाम कर्ज से किया जाएगा। रास्ते में कुल 24 रेलवे स्टेशन होंगे। इनमें पुणे, हडपसर,मांजरी, कोलवाडी, वाघोली, आलंदी, चाकण, राजगुरु नगर, मंचर, नारायणगांव, भोरवाडी, आलेफाटा, बोटा, जांबूत, साकुर, अंभोरे, संगमनेर, देवणाण, चास, दोडी, सिन्नर, मोहदारी, शिंदे, नाशिक रोड स्टेशन शामिल होंगे।
60 मिनट में तय होगी पुणे-मुंबई की दूरी
मुंबई से पुणे के बीच भी बुलेट ट्रेन चलाने की योजना है। इस मार्ग पर बुलेट ट्रेन शुरु होने से दोनों शहरों की दूरी 60 मिनट में पूरी की जा सकेगी।
नागपुर-नागभिड रेल परियोजना का 30 फीसदी काम पूरा
करीब 116 किलोमीटर लंबे नागपुर-नागभिड रेल मार्ग की घोषणा केंद्र सरकार ने 2013-14 के बजट में किया था। फिलहाल इस परियोजना का 30 प्रतिशत काम पूरा हो सका है। वर्ष 2024 तक इस परियोजना को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। महारेल अधिकारी ने बताया कि लातूर-नांदेड रेल परियोजना का प्रस्ताव जल्द ही राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में रखा जाएगा।