सड़क हादसे में 3 की मौत, मासूम घायल - कंटेनर की चपेट में आए पिता-पुत्री
रामटेक सड़क हादसे में 3 की मौत, मासूम घायल - कंटेनर की चपेट में आए पिता-पुत्री
डिजिटल डेस्क, रामटेक/ मनसर. राष्ट्रीय महामार्ग नागपुर-जबलपुर रोड स्थित आमडी गांव के समीप शनिवार की सुबह करीब 10.30 बजे के दौरान कंटेनर की चपेट में आने से तीन लोगों की मौत हो गई। वहीं एक 5 वर्षीय मासूम गंभीर रूप से घायल हो गया। चौराहे पर निरंतर हो रहे सड़क हादसे से नाराज ग्रामीणों ने चक्काजाम आंदोलन किया। तकरीबन डेढ़ घंटे तक यातायात बाधित रहा।
मौके पर ही तोड़ा दम : प्राप्त जानकारी के अनुसार, पिटासुर गोधनी, नागपुर, मूलत: लालबर्रा (मध्यप्रदेश) निवासी निक्की हरगोविंद बावणे (33), भगवंता हरगोविंद बावणे (65), ईशानी निक्की बावणे, (8) और युग निक्की बावणे (5) के साथ मोटरसाइकिल क्रमांक एमएच- 40, सीई- 5228 से पारशिवनी सर्विस रोड से मुख्य राष्ट्रीय महामार्ग पर आ रहे थे। इस बीच नागपुर से जबलपुर की ओर जा रहे तेज रफ्तार कंटेनर (क्रमांक एनएल-01, एएफ- 6805) ने बाइक को अपनी चपेट में ले लिया। ट्रक के पहिए में दबने से निक्की, उसकी मां भगवंता, बेटी इशानी ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। वहीं बेटा युग बाल-बाल बच गया। घटना के बाद स्थानीय लोगों ने तुरंत ओरियंटल टोल प्लाजा की एंबुलेंस को सूचना दी। सूचना मिलते ही डॉ.अनिल कुमार गजभिए, गणेश बगमारे व ग्रामीणों की मदद से जख्मी को मनसर के सरकारी अस्पताल ले जाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद उसे नागपुर के मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया। पुलिस को सूचना मिलते ही पीआई ह्रदयनाराण यादव के मार्गदर्शन में पीएसआई खोब्रागडे, पीएसआई सीमा बेंद्रे, अर्पित पसीने, नितेश पिपरोदे, उमेश गाड़वे, मुदनर, प्रज्ज्वल नंदेश्वर, रामप्रसाद भलावी, रूपेश शेन्द्रे, मोहतुरे आदि मौके पर पहुंचे व पंचनामा किया। वहीं सभी शवों को उपजिला अस्पताल रामटेक भेजा गया। आगे की जांच रामटेक पुलिस कर रही है।
मार्ग पर बनीं लकीरें, फिसल रहे दोपहिया
बताया जा रहा है कि आमडी फाटा से मनसर तक दोनों छोर पर आधे से ज्यादा मार्ग पर डामर की लकीरें सी बन गई हैं। ऐसे में दोपहिया फिसलने का डर बना रहता है। मोटरसाइकिल चालक अपना साइड छोड़कर डिवाइडर की ओर से चलते हैं। ऐसे में अक्सर तेज रफ्तार भारी वाहनों से हादसे हो रहे हैं।
एनएचए्आई जिम्मेदार : भोस्कर
आमडी की सरपंच शुभांगी भोस्कर और पारशिवनी तहसील शिवसेना प्रमुख राजु भोस्कर ने दुर्घटना के लिए राष्ट्रीय महामार्ग प्राधिकरण को जिम्मेदार ठहराया है। बताया कि महामार्ग के चौड़ाईकरण के बाद से हादसों में कई मृत्यु हो चुकी है। महामार्ग पर आमडी बस्ती चौराहे पर उड़ान पुल को लेकर शासन, प्रशासन, जनप्रतिनिधियों से की गई। बावजूद इसके किसी ने भी ध्यान नहीं दिया। ओवरब्रिज ठीक चौराहे पर खत्म होता है। चौराहे से वाहन अथवा पैदल यात्री मार्ग क्राॅस करते हैं। ओवरब्रिज से तेज गति से चौराहे पर उतर रहे वाहनों का अंदाजा क्राॅस करने वालों को नहीं आता। उधर ओवरब्रिज से चौराहें पर उतरने वाले वाहन तेज गति से चौराहे पर उतरकर सामने बढ़ते हैं। ऐसे में अचानक सामने कोई क्राॅस करता वाहन अथवा पैदल व्यक्ति देखकर दोनों हड़बड़ा जाते हैं। नतीजतन दुर्घटनाएं होती है। ओवरब्रिज को सामने पेट्रोल पंप के आगे उतारने की मांग की गई, ताकि आमडी बस्ती चौराहें पर अंडरपास बन सके। दुर्घटना के बाद सैकड़ों गाववासी मौके पर पहुंचे व चक्काजाम कर दिया। रामटेक, पारशिवनी, देवलापार और कन्हान की पुलिस द्वारा तगड़े बंदोबस्त के बाद यातायात को सुचारू किया गया।