पांच महीने में नाशिक से 1 लाख, 92 हजार 123 टन निर्यात हुआ प्याज, धनिया से किसाने ने लाखों कमाये
पांच महीने में नाशिक से 1 लाख, 92 हजार 123 टन निर्यात हुआ प्याज, धनिया से किसाने ने लाखों कमाये
डिजिटल डेस्क, नाशिक। जिले से पिछले साल अप्रैल से अगस्त के बीच 26 हजार, 734 टन प्याज की निर्यात किया गया था, जबकि इस साल 1 लाख, 92 हजार 123 टन प्याज की निर्यात हुआ। इस दरमियान प्याज को प्रति क्विंटल 700 से 900 रुपए था। ऐसे में निर्यात वृद्धि को बढ़ावा मिला। साथ ही 24 घंटे में गर्मी के प्याज के दाम 100 से 350 रुपए से बढ़ गए। मंडियों में गर्मी के प्याज प्रति क्विंटल औसतन 2 हजार 100 से 2 हजार 451 रुपए दाम मिले। देश के अंतर्गत और निर्यात के लिए बढ़ी मांग से प्याज के दाम बढ़ गए हैं। दक्षिण के अर्ली प्याज के 40 प्रतिशत नुकसान होने से गर्मी के प्याज की मांग बढ़ गई है। मध्य प्रदेश में बंद होने वाली मंडी से उपभोक्ताओं के लिए नाशिक के प्याज पंसद किए जा रहे हैं। बारिश से खरीफ फसल का नुकसान होने से प्याज मंडी में आने में देरी होगी। इसके चलते प्याज की मांग बढ़ गई है, लेकिन दूसरी तरफ लगातार बारिश से चाल में होने वाला प्याज आद्रर्ता से खराब हो रहा है। इसलिए दामों को देखते हुए चाल में होने वाला प्याज कम तब टिक पाता है। इस ओर सभी की निगाहें लगी हुई हैं। कर्नाटक और आंध्र प्रदेश का नया प्याज मंडी में आने के लिए 15 दिन शेष है। तब तक होने वाले प्याज के दाम कम नहीं होंगे, बारिश शुरू रही और दक्षिण के प्याज का अधिक नुकसान हुआ, तो प्याज मंडी आने तक चाल में होने वाला गर्मी का प्याज ही देश के साथ अरब राष्ट्र सहित दुबई, मलेशिया, बांगलादेश, सिंगापुर के उपभोक्ताओं को खरीदना होगा।
गर्मी प्याज के दामों की स्थिति
येवला 2 हजार 400 से 1 हजार 900
नाशिक 2 हजार 100 से 1 हजार 850
लासलगांव 2 हजार 350 से 2 हजार 101
कलवण 2 हजार 300 से 2 हजार 200
मनमाड 2 हजार 350 से 2 हजार 50
सटाणा 2 हजार 425 से 2 हजार 135
पिंपलगांव 2 हजार 451 से 2 हजार 150
दिंडोरी 2 हजार 100 से 1 हजार 751
देवला 2 हजार 300 से 2 हजार
उमराणे 2 हजार 300 से 2 हजार
नामपुर 2 हजार 250 से 2 हजार
किसान ने हरे धनिया फसल से कमाए 12 लाख रुपए
हरे धनिए जैसी मामूली फसल से डेढ़ से 2 माह में जिले के सिन्नर तहसील के नांदुरशिंगोटे में किसान ने 4 एकड़ जमीन से 12 लाख, 51 हजार रुपए की कमाई की। नाशिक जिले में सोशल मीडिया पर किसान की प्रशंसा हो रही है। दोडी शिवार में विनायक हेमाडे नामक किसान की जमीन है। इस इलाके में बारिश अच्छी है, जिसके के कारण यहां के कई किसानों ने अपनी जमीन पर मेथी और हरा धनिया लगाया है। कम समय में अच्छा उत्पन्न देने वाली इस फसल को हेमाडे ने जून माह के आखिरी सप्ताह में लगाई थी। हाईब्रिड हरा धनिया 4 एकड़ जमीन पर लगाने के लिए 48 किलो बीज बोए गए। जिसके लिए 30 हजार रुपए खर्च आया। बुवाई के 40 दिन के बाद हरा धनिया की फ़सल होने लगी। दापुर के व्यापारी शिवाजी दराडे ने पूरी फसल देख एक साथ 12 लाख, 51 हजार रुपए तय कर लिए। सौदा करने के बाद व्यापारी ने अपनी देखरेख में हरे धनिए की कटाई की।