अब कार्यबल में महिलाएं: महिलाओं के लिए कारगर साबित हो रही है राइड-हेलिंग - ईरानी
- 5 शहरों में 5 लाख महिलाएं कार्यबल में शामिल होंगी
- कारगर साबित हो रही है राइड-हेलिंग
- महिलाओं के लिए है कारगर
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली. केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने राइड-हेलिंग क्षेत्र में आगे काम करने की आवश्यकता पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि इससे उबर जैसे संगठनों को न केवल कार्यबल में महिलाओं की भागीदारी से संबंधित चुनौतियों, बल्कि जमीनी स्तर पर अवसरों को पहचानने या बेहतर ढंग से समझने में भी मदद मिलती है। ईरानी ने यह बात यहां ‘राइड-हेलिंग : अ प्लेटफॉर्म फॉर वुमेन्स इकोनोमिक अपॉर्च्युनिटीज इन इंडिया’ पर रिसर्च रिपोर्ट जारी करने के मौके पर कही। उन्होंने कहा कि हमारे सकल घरेलू उत्पाद का 55 प्रतिशत योगदान सेवा क्षेत्र से है। राइड सुविधाएं महिलाओं के लिए कारगर साबित हो रही हैं। इस अवसर पर ऊबर इंडिया एवं साउथ एशिया के अध्यक्ष प्रभजीत सिंह ने कहा कि यह अध्ययन बताता है कि कैसे राइड-हेलिंग सेवाएं महिलाओं के लिए काम करने की प्रक्रिया को आसान बना रही है और वे आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर होकर सफलता की नई ऊंचाईयां छू रही हैं। रिपोर्ट के मुताबिक भारत के 5 मुख्य शहरों में 2028 तक महिला कार्यबल के लिए परिवहन सेवाओं की सुलभता 6 फीसदी तक बढ़ेगी। राइड-हेलिंग की सुविधाओं की वजह से आधा मिलियन से अधिक महिलाएं इन शहरों में कार्यबल में शामिल हो जाएंगी।
क्या है राइड-हेलिंग?
सवारी बुक करके अपनी सुविधानुसार यात्रा करने को राइड-हेलिंग कहते हैं। राइड-हेलिंग सेवा केवल एक यात्री के लिए काम करती है। इसमें कोई भी अजनबी या यात्री शामिल नहीं हो सकता।