राजनीति: उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने कहा- ऐसा लगता है कि, उद्धव ठाकरे का मानसिक संतुलन बिगड़ गया है
- उद्धव-फडणवीस के बीच जारी है आरोप-प्रत्यारोप
- एकदूसरे पर मढ रहे आरोप
- घोसालकर हत्याकांड की निष्पक्ष जांच की मांग
संवाददाता , नाशिक। राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि, भाषा और शब्दों को सुनने पर ऐसा लगता है कि, उध्दव ठाकरे का मानसिक संतुलन बिगड़ चुका हैं। इसलिये मैं उनकी टिप्पणी पर कोई प्रतिक्रिया नही दूंगा, लेकिन ईश्वर के पास उनके जल्दी ठीक होने की प्रार्थना करूंगा। शिवसेना (ठाकरे) के प्रमुख उध्दव ठाकरे ने राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को मनोरुग्ण गृहमंत्री बताया था। इस पर नाशिक दौरे पर श्री फडणवीस ने कहा कि, ठाकरे गट के पूर्व नगरसेवक अभिषेक घोसालकर अथवा अन्य हत्याकांड व्यक्तिगत रंजिश को लेकर हुई है। इन वारदातों के पीछे व्यक्तिगत विवाद, रंजिश और आर्थिक लेन-देन थे। मैं
इस घटना की गंभीरता से इंकार नहीं करता, लेकिन इन घटनाओं का कानून व्यवस्था से संबंध जोड़ना अयोग्य हैं। इस पर सरकार कठोर कारवाई कर रही हैं। अभिषेक घोसालकर की हत्या के पीछे सत्ताधारी पार्टी की महिला अथवा पुरूष प्रवक्ता का हाथ होने का आरोप विपक्ष नेता विजय वडेट्टीवार ने लगाया था। इस संबंध में प्रश्न को उत्तर देते हुए श्री फडणवीस ने कहा कि, वडेट्टीवार के पास ठोस जानकारी नहीं होती, वह केवल सनसनी फैलाने का काम करते हैं। लेकिन, इस मामले की जांच होगी। वर्तमान में कई गोपीचंद जासूस, जग्गा जासूस तैयार हो रहे हैं।
क्या बोले? उद्धव ठाकरे
देवेंद्र फडणवीस को मैंने कलंकित कहा, फडतूस कहा, लेकिन अब मेरे पास शब्द नहीं बचे हैं। उनकी मानसिक जांच करने की आवश्यकता हैं। प्रश्न निर्माण हो रहा है कि, क्या? महाराष्ट्र को मानसिक रोगी गृहमंत्री प्राप्त हुआ हैं। मुख्यमंत्री स्वयं बदमाशों को भरनपोषण कर रहे हैं। देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि कुत्ते के पिल्ले के बजाय, उन्होंने श्वान शब्द का प्रयोग किया, लेकिन संस्कृत शब्द का उपयोग करने से इंसान सुसंस्कृत नहीं होता।