ब्लैक स्पॉट: दुर्घटना से बचने यातायात नियमों का पालन जरूरी
- लॉ-कॉलेज चौक पर दुर्घटनाओं से बचने उड़ान पुल तैयार किया जा रहा है
- ब्लैक स्पॉट खत्म करने के लिए सुझाए गए उपायों को अमल में नहीं लाया जा रहा है
डिजिटल डेस्क, नागपुर. पुलिस महकमे द्वारा शहर में 54 ब्लैकस्पॉट होने का खुलासा किया गया था। पुलिस आयुक्त द्वारा चिन्हांकित इन 54 ब्लैकस्पॉट को समाप्त करने के लिए 20 जनवरी 2022 को आयोजित सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में समिति द्वारा आवश्यक उपाय करने के निर्देश दिए गए थे। साथ ही निर्धारित समयावधि में ब्लैक स्पॉट पर जरूरी उपाय न करनेवाले अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की भी सलाह दी गई थी। विशेषकर यातायात पुलिस, लोकनिर्माण विभाग, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, नागपुर महानगर पालिका, महापारेषण व नागपुर सुधार प्रन्यास को ब्लैक स्पॉट की खामियों को दूर करने के लिए कहा गया था। चौंकाने वाली बात यह है कि विगत लंबे समय में उक्त निकायों द्वारा ब्लैक स्पॉट को समाप्त करने के लिए किसी भी प्रकार के ठोस कदम नहीं उठाए गए। इनमें से तकरीबन 12 ब्लैक स्पॉट पर स्थिति जस की तस है तथा आए दिन दुर्घटना की आशंका रहती है।
ब्लैक स्पॉट पर दुर्घटना से बचने के लिए यातायात नियमों का पालन करना बेहद जरूरी है। नियमों का उल्लंघन भी गंभीर दुर्घटनाआंे का बड़ा कारण है। इन चुनिंदा 12 ब्लैक स्पॉट पर दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए दिए गए सुझावों को अमल में नहीं लाया जा सका जिसे लेकर जिम्मेदार अधिकारी भी लापरवाही बरते जाने की शिकायत कर रहे हैं।
1. हिंगना थानाक्षेत्र में डोंगरगांव चौक पर ब्लिंकर्स, जेब्रा क्रॉसिंग, सूचना फलक, संकेत चिन्ह लगाने की सलाह दी गई है। खास बात यह है कि इन सुझावों के साथ ही कहा गया कि इस स्थान पर दुर्घटना का मुख्य कारण स्पष्ट नहीं हुआ है, तत्संबंधी जांच के बाद अबतक रिपोर्ट ही पेश नहीं की गई है। | |
2. एमआइडीसी थानांतर्गत राजीवनगर चौक पर तीन स्थानों पर स्पीड ब्रेकर व सूचना फलक की व्यवस्था करने की सलाह दी गई है। यहां सुधार के काम शुरू हैं। | |
3. एमआइडीसी थानांतर्गत आईसी चौक पर सड़क चौड़ीकरण, स्पीड ब्रेकर व सड़क सुधार की सलाह दी गई है। यह सुधार कार्य शुरू है। | |
4. वाड़ी थानांतर्गत अमरावती रोड स्थित मारूति सेवा शो-रूम के सामने अक्सर लोग दुर्घटना के शिकार होते हैं। घटनास्थल पर दुर्घटना का प्रमुख कारण तेज रफ्तार व वाहन चालकों का बीच सड़क से दाएं-बांए मुड़ना है। विशेषकर दाभा की ओर जाने के लिए वाहन चालकों को दाएं मुड़ना पड़ता है जिसकी वजह से दोनों ओर से आनेवाले वाहन चालक संभ्रम में पड़कर दुर्घटनाग्रस्त होते हैं। यहां जेब्रा क्रासिंग बनाने, सूचना फलक लगाने व दाभा मार्ग पर स्पीड ब्रेकर लगाने की सलाह दी गई है। यहां अबतक कैट आइज व सड़क के बीच लाइन मार्किंग की गई है। इसके साथ ही यहां पुलिया का निर्माण कार्य शुरू है। | |
5. सीताबर्डी थानांतर्गत मॉरिस कॉलेज टी-पाइंट चौक से गोवारी उड़ानपुल पर जाते वक्त वाहन फिसल जाते हैं जिसकी वजह से अबतक अनेक लोग दुर्घटना के शिकार हो चुके हैं। घटनास्थल पर दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए ठोस उपाय नहीं किए गए हैं। | |
6. सीताबर्डी थानांतर्गत लॉ-कॉलेज चौक पर दुर्घटना से बचाव के लिए उड़ान पुल तैयार किया जा रहा है। यह काम धीमी गति से शुरू है। | |
7. सदर थानांतर्गत झिंगाबाई टाकली झंडा चौक, राज टॉवर के पास दुर्घटनाओं का बड़ा कारण अतिक्रमण, सड़क के बीच ट्रांसफार्मर, बिजली के खंभे व डीपी है। बाजार क्षेत्र होने की वजह से भी यहां यातायात जाम की स्थिति रहती है। इन समस्याओं का अबतक निराकरण नहीं हुआ है जिसकी वजह से अनेक लोग दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं। | |
8. गणेशपेठ थानांतर्गत मेयो अस्पताल चौक पर दुर्घटना का प्रमुख कारण रामझूला पुलिया से उतरते वाहनों की तेज रफ्तार, चौक से शार्टकट पुलिया पर पहुंचने की होड़ में रांग साइड वाहन चलाना, आटोचालकों द्वारा सड़क पर अतिक्रमण व मेट्रो निर्माण कार्य का शुरू होना है। इस चौक पर सुरक्षा संबंधी उपाय नहीं किए गए हैं। | |
9. बेलतरोडी थानांतर्गत महेश ढाबा के पास सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए सुझाए गए उपायों को अमल में नहीं लाया गया है। निविदा प्रक्रिया शुरू है जिसकी वजह से ब्लैक स्पॉट की स्थिति बरकरार है। | |
10. बेलतरोड़ी थानांतर्गत चिंचभवन बस स्टॉप के पास अप्रोच रोड पर स्पीड ब्रेकर लगाना बेहद जरूरी है। इसके अलावा यहां जेब्रा क्रासिंग, सोलर ब्लिंकर, स्पीड लिमिट बोर्ड लगाने की सलाह दी गई है। इन कार्यो को पूरा करने के लिए निविदा प्रक्रिया शुरू है। | |
11. नंदनवन थानांतर्गत खरबी चौक, इनर रिंग रोड पर रात्रि के वक्त कम रोशनी की वजह से सड़क दुर्घटनाएं होती हैं। इस चौक पर प्रकाश व्यवस्था को दुरुस्त करने तथा यातायात नियंत्रण के लिए सिग्नल की व्यवस्था व यातायात पुलिस नियुक्त करने की सलाह दी गई है। इन खामियों को अबतक दूर नहीं किया गया है। इस चौक पर डिवाइडर टूट-फूट का शिकार हो गए हैं जिसकी वजह से वाहन चालक डिवाइडर की खुली जगह से गुजरने का प्रयास करते हैं।
लोगों में जागरूकता जरूरी चंद्रशेखर मोहिते, सदस्य, सांसद सड़क सुरक्षा समिति के मुताबिक अधिकतर सड़क दुर्घटनाओं का कारण वाहनों की तेज रफ्तार होती है। इन वाहनों की रफ्तार को कम करने के साथ ही सूचना फलक आदि के जरिए सावधानी बरतने के लिए प्रेरित किया जा सकता है। यातायात नियमों का पालन व सूचना फलक में दी गई सूचना को अमल में लाने के लिए लोगों में जागरूकता जरूरी है। समिति द्वारा ब्लैक स्पॉट पर दुर्घटनाओंे की रोकथाम के लिए कुछ सुझाव दिए गए थे। इन सुझावों को अबतक अमल में नहीं लाया गया है जिसकी वजह से दुर्घटनाओं पर नियंत्रण स्थापित करने में परेशानी हो रही है। |