विवाद: अमरावती जेल में गैंगवार: पुलिस- कैदी घायल
मध्यवर्ती कारागृह पहुंची शहर पुलिस
डिजिटल डेस्क, अमरावती। वर्चस्व को लेकर अमरावती की मध्यवर्ती कारागृह में पुणे के कैदियों ने अमरावती के कैदी पर हमला कर दिया। जिसके बाद दोनों गुट के कैदियों ने आपस में एक-दूसरे पर हमला बोल दिया। जहां बीच-बचाव करने आए जेल प्रशासन के अधिकारी-कर्मचारियों पर भी पुणे के कुछ कैदियों ने ब्लेड से हमला किया। जेल में सलाखों के पीछे घटित इस गैंगवार में कैदी, अधिकारी-कर्मचारी सहित 10 लोग घायल हुए हैं। जिसके बाद मध्यवर्ती कारागृह में शहर पुलिस पहुंची। जेलर कीर्ति चिंतामणि ने दो बार घटना घटित होने के बाद भी चुप्पी साध रखी है।
परिजन से मुलाकात के बाद हमला: जानकारी के अनुसार फ्रेजरपुरा के अजय कवडेकर एमपीडीए के तहत जेल में बंद है। बुधवार की सुबह परिजन के साथ मुलाकात करने के बाद वापस जा रहा था , तभी पुणे गैंग के कैदियों ने अजय पर ब्लेड से हमला कर दिया। फिर अमरावती और पुणे के कैदियों के बीच जमकर झड़प हुई। जिसमें पुणे गैंग के महेश पुंडलिक मोरे, फिरोज मकबुल अहमद, अक्षय कैलाश पुरोहित, ऋषि गौतम घायल हुए। तनाव की स्थिति को देख मौके पर मौजूद जेल अधिकारी उमेश अशोकराव गुंडरे, संजय गुणवंत गुल्हाने और श्यामराव गिते ने कैदियों को रोकना चहा ,लेकिन पुणे के कैदियों ने तीनों अधिकारी, कर्मचारियों पर भी ब्लेड से हमला कर दिया।
पांच दिन पहले हुआ था विवाद : इन्हीं दो गुट के बीच शुक्रवार 22 दिसंबर की दोपहर कैदियों के दोनों गैंग के बीच झगड़ा हुआ था। जिसमें मतीन हकीम सैयद और मनोज रामरतन डोंगरे दोनों घायल हुए थे। इस मामले में पुलिस ने दोनों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। लेकिन मामला सुलझने की बजाए उलझता गया।
धारदार हथियार मिले : सुबह 10.30 बजे दोनों गुट के बीच गैंगवार होते ही अधिकारी ने सिटी बजाकर जानकारी दी। तब जेल का सायरन बजा, सभी अधिकारी-कर्मचारी मौके पर पहुंचे। मामला काफी बढ़ चुका था। फ्रेजरपुरा पुलिस, अपराध शाखा, सीआईयू दल, क्यूआरटी कमांडो तुरंत जेल में दाखिल हुए। आरोपी के पास से ब्लेड, प्लेट से तैयार किए धारदार हथियार भी बरामद हुए है।