चाय के बहाने देशमुख से मिले उपमुख्यमंत्री फडणवीस और बावनकुले
- भाजपा में वापसी के प्रयासों की चर्चा
- चाय के बहाने देशमुख से मिले उपमुख्यमंत्री फडणवीस और बावनकुले
- नाश्ते पर हुई चर्चा
डिजिटल डेस्क, नागपुर. कांग्रेस के निलंबित नेता आशीष देशमुख भाजपा में वापसी के प्रयास में हैं। शनिवार को उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस व भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने देशमुख के सिविल लाइन स्थित आवास पर पहुंचकर उनसे चर्चा की। कहा गया है कि यह भेंट चाय नाश्ते तक सीमित थी। लेकिन राजनीतिक क्षेत्र में माना जा रहा है कि देशमुख भाजपा में वापसी के प्रयास में हैं। वे विधानसभा या लोकसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। उपमुख्यमंत्री फडणवीस शुक्रवार को सावनेर व काटोल विधानसभा क्षेत्र के दौरे पर थे। इस दौरान उन्होंने सावनेर में प्रमुखता से कहा था कि चुनाव में बाहरी व्यक्ति नहीं लाया जाएगा। भाजपा में आने वालों के लिए दरवाजे खुले हैं।
सावनेर या काटोल
2009 के चुनाव में आशीष सावनेर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार थे। कांग्रेस उम्मीदवार सुनील केदार से पराजित हुए। 2014 में काटोल क्षेत्र में उन्होंने अपने चाचा अनिल देशमुख को पराजित किया। 2019 के चुनाव के पहले आशीष ने विधायक पद से इस्तीफा देकर भाजपा छोड़ दी। अब माना जा रहा है कि वे भाजपा में वापस होकर सावनेर या काटोल से चुनाव लड़ने की तैयारी कर सकते हैं। हालांकि राजनीति में कुछ भी स्थायी या तय नहीं होता है। आशीष लोकसभा चुनाव लड़ने की तैयारी भी व्यक्त करते रहे हैं। 2019 के चुनाव में उन्होंने नागपुर से भाजपा नेता नितीन गडकरी के विरुद्ध चुनाव लड़ने की मंशा भी व्यक्त की थी। इसके अलावा विदर्भ की किसी भी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने को तैयार दर्शा रहे थे। माना जा सकता है कि आशीष को लोकसभा चुनाव की चाह भाजपा की राह पर ले आई है।
भाजपा में राह कितनी आसान : आशीष की राजनीति के जानकारों के बीच सवाल उठ सकते हैं कि भाजपा की राह उनके लिए कितनी आसान हाे सकती है। भाजपा में भी वे चर्चा में रहे हैं। 2014 में भाजपा के नेतृत्व में सरकार गठन के दौर में आशीष ने यह कहकर विधायक पद से इस्तीफे की पेशकश की थी कि वे नितीन गडकरी को मुख्यमंत्री पद के लिए सबसे योग्य नेता मानतेोहैं। आशीष उनके लिए इस्तीफा देने को तैयार थे, ताकि गडकरी काटोल से विधायक बन जाएं। तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस व सरकार पर वे कटाक्ष करते रहे। यही नहीं, विदर्भ आत्मबल यात्रा निकालकर आशीष ने भाजपा से बगावत कर दी थी। 2019 में दक्षिण पश्चिम नागपुर विधानसभा क्षेत्र में आशीष ने बतौर कांग्रेस उम्मीदवार चुनाव लड़ा। फडणवीस ने उन्हें पराजित किया।
नाश्ते पर चर्चा
देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री के मुताबिक आशीष ने काफी समय से नाश्ते के लिए आमंत्रित किया था। उनसे नाश्ते के साथ विविध विषयों पर चर्चा हुई। इस भेंट का फिलहाल कोई बड़ा कारण नहीं है।
निवेदन दिया
आशीष देशमुख, पूर्व विधायक के मुताबिक विदर्भ में रासायनिक उपक्रम से संबंधित परियोजना के लिए उपमुख्यमंत्री फडणवीस को निवेदन दिया गया। वह निवेदन सहकार मंत्री अमित शाह को भेजने को कहा गया है।