मंडराया खतरा: संकट में मेयो के 100 पेड़, 30 करोड़ की निधि से हॉस्टल और कॉलेज बनाने का प्रस्ताव
- नर्सिंग हॉस्टल, नर्सिंग कॉलेज व नर्सिंग ब्वायज हॉस्टल बनाने का प्रस्ताव
- 30 करोड़ की निधि होगी खर्च
- कुछ पेड़ों को बचाया जा सकता है
डिजिटल डेस्क, नागपुर. मेयो अस्पताल परिसर स्थित सिविल सर्जन (जिला शल्य चिकित्सक) के बंगले को तोड़कर नर्सिंग हॉस्टल, नर्सिंग कॉलेज व नर्सिंग ब्वायज हॉस्टल बनाने का प्रस्ताव है। एक एकड़ परिसर में बनने वाली इन तीन बहुमंजिला इमारतों पर 30 करोड़ का खर्च अनुमानित है। इन बहुमंजिला इमारतों के लिए परिसर के करीब 100 पेड़ों पर खतरा मंडरा रहा है। लोक कर्म विभाग ने मेयो अस्पताल परिसर स्थित सिविल सर्जन बंगला व कर्मचारी क्वार्टर तोड़कर करीब एक एकड़ परिसर में तीन बहुमंजिला इमारत बनाने का प्रस्ताव तैयार किया है। नर्सिंग हॉस्टल जी प्लस 10, नर्सिंग कॉलेज जी प्लस 8 आैर नर्सिंग ब्वायज हॉस्टल जी प्लस 7 मंजिला बनाने का प्रस्ताव है। टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और मनपा के उद्यान विभाग से इस परिसर के 73 पेड़ काटने की अनुमति मांगी गई है। उद्यान विभाग ने यहां का दौरा किया तो परिसर में 73 के अलावा और 23 पेड़ दिखाई दिए। उद्यान विभाग ने लोक कर्म विभाग को पत्र लिखकर इन 23 पेड़ों के बारे में जवाब मांगा है। इन पेड़ों की कटाई होने पर परिसर की हरियाली व पर्यावरण प्रभावित हो सकता है।
सड़क किनारे के पेड़ बचाए जा सकते हैं
सिविल सर्जन के ऑफिस से बंगले की आेर जाने वाले मार्ग के किनारे के पेड़ों को भी काटने के लिए चिन्हित किया गया है। ये रास्ता 9 मीटर चौड़ा करने का प्रस्ताव है। जानकारों की मानें तो सड़क किनारे के इन पेड़ों को बचाया जा सकता है।
पेड़ों को काटने की अनुमति मांगी है
आकाश बाजारे, सहायक अभियंता, मेयो सेक्शन पीडब्ल्यूडी. के मुताबटेंडर प्रक्रिया हो चुकी है। मनपा के उद्यान विभाग को पत्र लिखकर 73 पेड़ों को काटने की अनुमति मांगी गई है। अभी तक अनुमति नहीं मिली है। कम से कम पेड़ काटने की हमारी कोशिश है।
कुछ पेड़ों को बचाया जा सकता है
अमोल चौरपगार, उद्यान अधीक्षक मनपा के मुताबिक पीडब्ल्यूडी का पत्र मिलने के बाद उद्यान विभाग के अधिकारियों ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। यहां आैर 23 पेड़ दिखाई दिए। पीडब्ल्यूडी सेे जानकारी मांगी गई है। पेड़ काटने की अनुमति नहीं दी गई है।