कार्रवाई जल्द: 248 प्रोजेक्ट में घरों की बिक्री पर रोक बैंक खाते से नहीं निकाल पाएंगे रकम
- 224 अन्य परियोजनाएं
- जल्द हो सकती है कार्रवाई
- घरों की बिक्री पर रोक
डिजिटल डेस्क, मुंबई, सुजीत गुप्ता| राज्य स्थावर संपदा नियामक (महारेरा) के नियमों का पालन न करनेवाले बिल्डरों पर चाबुक (कार्रवाई का डंडा) चला है। यह बिल्डर अपने आवासीय परियोजनाओं की जानकारी समय-समय पर महारेरा को नहीं दे रहे थे। इस कार्रवाई के अंतर्गत राज्य की 248 परियोजनाओं से संबंधित बैंक खातों को सीज कर दिया है। इसके साथ ही घरों की बिक्री पर भी रोक लगा दी है। नियामक ने इसके अलावा 224 अन्य परियोजनाओं पर भी कार्रवाई करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। महारेरा के अधिकारियों ने बताया कि फरवरी 2023 में 700 आवासीय परियोजनाओं का पंजीकरण हुआ था। इनमें से 248 परियोजनाओं के बैंक खातों और घरों की बिक्री पर रोक लगाई गई है। 224 परियोजनाओं को नोटिस दी गई थी, अब इन पर कार्रवाई होने जा रही है। फरवरी में पंजीकृत परियोजनाओं की जुलाई तक और मार्च में रजिस्टर्ड परियोजनाओं की जानकारी 20 अक्टूबर तक महारेरा को देना जरूरी था। जिसे देने में बिल्डर असफल साबित हुए हैं।
राम दोतोंडे, मीडिया सलाहकार, महारेरा के मुताबिक कार्रवाई का निवेश पर कोई असर नहीं पड़ेगा। हम केवल बिल्डरों को महारेरा के नियमों का पालन करने के लिए कड़ाई बरत रहे हैं। उन्हें सिर्फ याद दिलाया जा रहा है कि वे नियमों से चलें।
अजोय मेहता, अध्यक्ष, महारेरा के मुताबिक डेवलपर्स को जानकारी सार्वजनिक करनी चाहिए। इससे खरीदारों को निवेश करने में मदद मिलती है। अब भी कई डेवलपर्स नियमों की अनदेखी कर रहे हैं।