आघाडी में लोकसभा सीटों के बंटवारे को लेकर शुरु हुई रार
- लोकसभा सीटों के बंटवारे को लेकर शुरु हुई रार
- 18 सीटों से कम पर लड़ने का कोई सवाल ही नहीं - संजय राऊत
- जब चर्चा ही नहीं हुई तो बंटवारा कैसे हुआ- नाना पटोले
डिजिटल डेस्क, मुंबई, प्रमुख संवाददाता. कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली बंपर जीत के बाद महाराष्ट्र में महाविकास आघाडी की तीनों पार्टियों ने संयुक्त बैठक में राज्य में होने वाले लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव एक साथ लड़ने की बात कही थी। साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए तो आघाडी के दलों ने एक समन्वय समिति गठित करने का भी ऐलान कर दिया था जो सीटों के बंटवारे पर चर्चा करती। लेकिन इससे पहले ही सीटों के बंटवारे पर खींचतान शुरु हो गई है। शिवसेना (उद्धव गुट) सांसद और प्रवक्ता संजय राऊत के एक बयान ने कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) में हलचल पैदा कर दी है जिसमें उन्होंने राज्य में कम से कम 18 सीटों पर चुनाव लड़ने की बात कही है। कांग्रेस संजय राऊत के बयान पर कह रही है कि जब सीटों के बंटवारे के लिए समन्वय समिति बनाने का ऐलान कर दिया गया है तो उससे पहले बयानबाजी करने का कोई फायदा नहीं।
जितनी सीटें 2019 में जीते उन्हें छोड़ने का सवाल ही नहीं- संजय राऊत
कर्नाटक चुनाव के नतीजों के बाद राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने तीनों ही दलों के बड़े नेताओं की एक बैठक बुलाई थी और उस बैठक में महाराष्ट्र में होने वाले आगामी चुनावों में एक साथ लड़ने की बात कही थी। बैठक में सीटों के बंटवारे पर प्राथमिक तौर पर चर्चा भी हुई थी और उसके बाद तीनों पार्टियों के दो-दो नेताओं की एक समन्वय समिति बनाने का भी ऐलान किया था। अभी समन्वय समिति गठित भी नहीं हुई है उससे पहले ही तीनों दलों में सीटों के बंटवारे को लेकर बयानबाजी शुरु हो गई है। शिवसेना सांसद संजय राऊत ने शुक्रवार को कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव में राज्य में उनके दल ने 18 सीटों पर चुनाव जीता था। ऐसे में अगले लोकसभा चुनाव में इन सीटों को छोड़ने का सवाल ही पैदा नहीं होता है। राऊत ने कहा कि कांग्रेस को पिछले लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में सिर्फ एक सीट पर ही जीत मिली थी लिहाजा उस पर कांग्रेस का दावा होगा। ऐसा ही राकांपा भी जीती हुई 4 सीटों पर कर सकती है।
सीटों के बंटवारे पर बयानबाजी से बचें आघाडी के नेता- नाना पटोले
संजय राऊत के बयान पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने नाखुशी जाहिर करते हुए कहा कि जब तीनों दलों में सीटों के बंटवारे को लेकर अभी तक कोई ठोस चर्चा ही नहीं हुई है तो इस पर बयान देने का कोई फायदा नहीं। पटोले ने कहा कि लोकसभा सीटों के बंटवारे को लेकर एक समन्वय समिति बनाई गई है जो सीटों के बंटवारे पर चर्चा करेगी। उन्होंने कहा कि सहयोगी दलों के नेताओं को सीटों के बंटवारे पर किसी भी बयानबाजी से बचना होगा। इस तरह की बयानबाजी से आघाडी में असंतुलन पैदा हो सकता है।
सीटों के बंटवारे की खबरों में कोई सच्चाई नहीं - अजित पवार
राकांपा नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने संजय राऊत के बयान पर कहा कि जब आघाडी की तीनों पार्टियों ने एक साथ चुनाव लड़ने की दिशा में कदम बढ़ा दिए हैं तो फिर इस तरह की बयानबाजी से आघाडी पर असर पड़ सकता है। सीटों के बंटवारे को लेकर जो खबरें मीडिया में आ रहीं हैं वह सभी अफवाह हैं। सीटों के बंटवारे को लेकर पहले समन्वय समिति गठित होगी इसके बाद ही कोई फैसला होगा।
आघाडी में अनबन का फायदा भाजपा को होगा- फडणवीस
गौरतलब है कि पुणे में भाजपा की राज्य कार्यकारिणी की बैठक में भी राज्य के उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने इशारों में कहा था कि आघाडी में सीटों के बंटवारे को लेकर तनातनी का फायदा उन्हें मिल सकता है।