Mumbai News: महाआघाड़ी में किसी भी सीट पर फ्रेंडली फाइट देखने को नहीं मिलेगी - चेन्निथला
- सपा से सुलह की जिम्मेदारी नसीम खान को मिली
- 90 प्रतिशत सीटों पर तीनों दलों के नेताओं को समझा लिया गया
Mumbai News : महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महाविकास आघाड़ी और महायुति गठबंधन के दलों ने कुछ सीटों पर अपने-अपने उम्मीदवार उतारे हैं। इसके चलते दोनों गठबंधनों में कुछ सीटों पर फ्रेंडली फाइट के आसार हैं। कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव) और राकांपा (शरद) ने एक दूसरे के खिलाफ उम्मीदवार उतारे तो इसको लेकर महाआघाड़ी के दलों ने यह कहना शुरू कर दिया है कि अगले एक-दो दिनों में स्थिति को सामान्य कर लिया जाएगा। प्रदेश कांग्रेस प्रभारी रमेश चेन्निथला ने कहा कि हमारी कोशिश रहेगी कि आघाड़ी में किसी भी सीट पर फ्रेंडली फाइट की स्थिति न आए। वहीं शिवसेना (उद्धव) सांसद संजय राऊत ने कहा कि 90 प्रतिशत सीटों पर तीनों दलों के नेताओं को समझा लिया गया है, बाकी बची सीटों पर भी तीनों दल एक साथ बैठकर फैसला कर लेंगे। उधर, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने महायुति में चार-पांच सीटों पर फ्रेंडली फाइट की बात कबूल करते हुए कहा कि अगर हमारे साथी दल नहीं माने तो इन सीटों पर दोस्ताना चुनाव देखने को मिलेगा। चेन्निथला ने बुधवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि भले ही कांग्रेस के नाम पर यह अफवाह फैलाई जा रही हो कि पार्टी ने कई सीटों पर अपने सहयोगी दलों के उम्मीदवारों के खिलाफ अपने उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारे हैं, लेकिन हम साफ कर देना चाहते हैं कि पार्टी के कुछ बागी नेताओं ने गठबंधन दलों के उम्मीदवारों के खिलाफ आवेदन किया है, लेकिन उन्हें समझाने का प्रयास किया जा रहा है। चेन्निथला ने कहा कि कांग्रेस की कोशिश रहेगी कि महाराष्ट्र की एक भी सीट पर फ्रेंडली फाइट जैसी स्थिति देखने को न मिले। उन्होंने कहा कि हमारी उद्धव और शरद गुट के नेताओं से बातचीत चल रही है। चेन्निथला ने भाजपा पर अपने सहयोगी दलों शिवसेना (शिंदे) और राकांपा (अजित) को खत्म करने का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा ने दोनों सहयोगी दलों से अपने एक दर्जन से ज्यादा उम्मीदवारों को टिकट देकर यह सिद्ध कर दिया है कि महायुति पूरी तरह से खत्म हो गई है। यह चुनाव सिर्फ भाजपा ही लड़ रही है।
सपा से सुलह की जिम्मेदारी नसीम खान को मिली
प्रदेश कांग्रेस प्रभारी रमेश चेन्निथला ने महाआघाड़ी में समाजवादी पार्टी के अलग चुनाव लड़ने पर कहा कि सपा ने करीब 9 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नसीम खान को सपा के नेताओं से बातचीत करने की जिम्मेदारी दी गई है। उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि सपा महाआघाड़ी के बैनरतले ही चुनाव लड़ेगी। हालांकि इस पर सपा के नेता कुछ बोलने के लिए तैयार नहीं हैं।
चेन्निथला के बयान पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस पहले ही खत्म हो चुकी है, लेकिन उनके नेता यह बात मानने को तैयार नहीं हैं। उन्होंने कहा कि हमारे ऊपर आरोप लगाने से पहले कांग्रेस को अपने गिरेबान में झांकना चाहिए। महाआघाड़ी में उद्धव ठाकरे कांग्रेस के नेताओं की बात नहीं सुनते हैं। इसका उदाहरण न केवल लोकसभा चुनाव में देखने को मिला, बल्कि विधानसभा चुनाव के सीट बंटवारे में भी यह देखने को मिला है।