गर्व की बात: पहली बार दुनिया के शीर्ष 125 विश्वविद्यालयों में शामिल हुआ आईआईटी बांबे

  • क्यूएस रैंकिंग में 31 अंकों की छलांग लगा 118वें नंबर पर पहुंचा
  • देश के उच्च शिक्षा संस्थानों में सबसे अच्छी रैंकिंग

Bhaskar Hindi
Update: 2024-06-05 15:31 GMT

डिजिटल डेस्क, मुंबई। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) बांबे को क्वाक्वेरेली साइमंड्स (क्यूएस) विश्व यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2025 में 31 अंकों का छलांग लगाते हुए 118वां स्थान हासिल किया है। दुनिया के 125 सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालयों में स्थान हासिल करने वाला आईआईटी बांबे पहला संस्थान है। 2024 की रैंकिंग में 149वां रैंक हासिल किया था। इस बार आईआईटी बांबे ने 100 में से कुल 56.3 अंक हासिल किए हैं।

वहीं आईआईटी दिल्ली भी पहली बार 150वीं रैंक हासिल करने में कामयाब रहा है जबकि पिछले वर्ष आईआईटी दिल्ली की रैंकिंग 197वीं थी। क्यूएस रैंकिंग में कुल नौ मापदंडों पर विश्वविद्यालयों की गुणवत्ता आंकी जाती है। मुंबई विश्वविद्यालय ने नियोक्ताओं के बीच प्रतिष्ठा के मामले में 100 अंकों में से सबसे ज्यादा 86 अंक हासिल किए हैं। यह दुनिया भर के विश्वविद्यालयों में 63वीं सबसे अच्छी रैंकिंग है।

इसके अलावा साइटेशन प्रति फैकल्टी 78.1 अंक, शैक्षणिक प्रतिष्ठा में 58.5 अंक, रोजगार परिणाम के लिए 64.5, सस्टेनिबिलिटी के लिए 52.5 अंक, फैकल्टी और विद्यार्थियों के रेशियो के लिए 14.4 अंक, अंतर्राष्ट्रीय फैकल्टी के लिए 4.3 अंक, अंतर्राष्ट्रीय रिसर्च नेटवर्क के लिए 52.5 अंक और अंतर्राष्ट्रीय विद्यार्थियों के मामले में 1.3 अंक मिले हैं।

आईआईटी बांबे के हाल ही में नियुक्त किए गए निदेशक प्रोफेसर शिरीष केदारे ने रैंकिग में सुधार पर खुशी जताते हुए कहा कि हमने पिछली बार के मुकाबले 31 पायदानों की छलांग लगाई है। यह कामयाबी शिक्षकों, विद्यार्थियों और दूसरे कर्मचारियों के सामूहिक प्रयास का नतीजा है। इससे हमें खुद में और सुधार की प्रेरणा मिलती है।

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