मुंबई: 200 होटलों का खाना खराब,180 को नियमों की पूर्ति और 20 को बंद करने का नोटिस
- एफडीए जांच में किचन गंदा मिला और कर्मियों का स्वास्थ्य सर्टिफिकेट नहीं मिला
- 180 को नियमों की पूर्ति और 20 को बंद करने का नोटिस
डिजिटल डेस्क, मुंबई। 200 होटल खाने योग्य नहीं पाए गए हैं। राज्य के अन्न व औषधि प्रशासन (एफडीए) की जांच में यह रिपोर्ट सामने आई है। फूड इंस्पेक्टरों की जांच में कई होटलों के किचन गंदे पाए गए तो कुछ होटलों में कर्मचारियों का हेल्थ सर्टिफिकेट नहीं था। इसके अलावा कुछ होटल बिना लाइसेंस के चल रहे थे। नियमों की अनदेखी कर चल रहे इन होटलों पर एफडीए ने शिकंजा कसा है। एफडीए ने 20 होटलों को स्टॉप वर्क आदेश थमाया, जबकि 180 होटलों को नियमों की पूर्ति के लिए नोटिस दी है।
अगस्त में एक होटल में ग्राहक को परोसे गए खाने में मरा चूहा मिला था, इसके बाद एफडीए ने मुंबई के 13 जोन में होटलों का निरीक्षण शुरू किया था। इसमें कई होटलों में खामियां पाई गई हैं। एफडीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि मुंबई में बहुत लोग होटल के खानपान पर निर्भर हैं। यह लोग होटल के किचन की असलियत से अनभिज्ञ रहते हैं। इसलिए समय-समय पर फूड इंस्पेक्टर होटलों का निरीक्षण करते रहते हैं।
एफएसएसएआई के मानक आधारित जांच
एफडीए के संयुक्त आयुक्त शैलेष आढाव ने बताया कि फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एफएसएसएआई) ने होटल के लिए कुछ मानक तय किए हैं। इन मानकों के पालन की जांच के लिए निरीक्षण किया जाता है। जो होटल मानकों का पालन नहीं कर पाते हम उन्हें नोटिस देकर कमियों को पूरा करने के लिए कहते हैं। इसके अलावा कुछ होटलों को दंडित किया जाता है तो कुछ को स्टॉप वर्क का नोटिस भी जारी किया जाता है।
क्या खामियां पाई गईं
शैलेष आढाव ने बताया कि निरीक्षण के दौरान कई होटलों में साफ-सफाई में कमी, किचन में गंदगी, कचरे का डिब्बा खुला पाया गया। नियमानुसार होटल कर्मचारियों को हाथों में ग्लव्स, सिर पर कैप पहनना होता है। शेफ को उक्त दोनों नियमों के पालन के साथ अप्रन भी पहनना होता है, लेकिन जांच में कई होटल उल्लंघन करते पाए गए। इसके अलावा स्टाफ की स्वास्थ्य जांच और फिटनेस सर्टिफिकेट होना बेहद जरूरी है, इससे यह स्पष्ट होता है कि स्टाफ किसी संक्रामक रोग से ग्रसित नहीं है। जांच में कई होटलों के स्टाफ के पास सर्टफिकेट नहीं मिला।