हादसा: भायखला के मदनपुरा में आग, 2 एलपीजी सिलेंडरों में विस्फोट
- 2 एलपीजी सिलेंडर फटे
- मदनपुरा में आग की घटना
- भायखला में है मदनपुरा
- इमारत का ग्राउंड फ्लोर गिरा
- फायर ब्रिगेड ने पांच लोगों को बचाया
डिजिटल डेस्क, मुंबई। शहर में बुधवार को दो जगह आग लगने की घटनाएं सामने आई हैं। भायखला के साखली स्ट्रीट की तीन मंजिला जुबली बिल्डिंग में आग लग गई। आग लगने के बाद दो एलपीजी सिलेंडर में हुए धमाके के कारण पूरा ग्राउंड फ्लोर जमींदोज हो गया। दूसरी आग सायन की एक इमारत की टेरेस पर लगी थी, जिसे तुरंत बुझा लिया गया। सुबह 7.29 बजे लगी आग की सूचना मिलने पर पहुंचे फायर ब्रिगेड कर्मियों ने इमारत में फंसे पांच लोगों को कड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाला। सिलेंडर ब्लास्ट के बाद आग भीषण रुप धारण कर लिया। पूरी इमारत धू-धू कर जलने लगी। आग इतनी विकराल हो गई थी कि उसे बुझाने में पांच घंटे का समय लगा।
फायर ब्रिगेड को नहीं मिला जाने का रास्ता
मदनपुरा इलाके में लगी आग को बुझाने के लिए गए फायर ब्रिगेड के वाहनों को इमारत तक ले जाने के लिए रास्ता नहीं मिला। सड़क के दोनों तरफ बेतरतीब खड़े किए गए दो पहिया, चार पहिया वाहनों के कारण फायर ब्रिगेड के वाहन भीतर नहीं जा सके। सूचना के बाद भी लोग अपना वाहन हटाने को तैयार नहीं थे।
मुंबई में रोजाना आगजनी की 9 घटनाएं
फायर ब्रिगेड के अधिकारी ने बताया कि मुंबई में प्रतिदिन आग लगने की कम से कम 9 दुर्घटनाएं होती हैं। इनमें जो दुर्घटना का लेबल 1 या उससे अधिक लेबल की होती फायर ब्रिगेड उन्हें ही आग की बड़ी घटनाएं मानता है। भायखला में लगी आग की घटना को लेबल 2 बताया गया। जुबली बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लोर का क्षेत्रफल करीब 6000 वर्ग फुट है। आग में इलेक्ट्रिक वायरिंग, लकड़ी के फर्नीचर, दरवाजे, खिड़की, गारमेंट क्लॉथ, फुटवेयर, बैग और प्लास्टिक के कच्चे माल के कारण आग बढ़ती चली गई। फायर ब्रिगेड ने दूसरी और तीसरी मंजिल पर फंसे दो महिलाओं और तीन पुरुषों को सीढ़ियों से बाहर निकाला। संयोगवश इस आग में किसी की जान नहीं गई।