साकेत एक्सप्रेस का बी-6 कोच गायब!, ट्रेन छूटने से पहले प्लेटफॉर्म पर दौड़ते रहे यात्री
- ट्रेन छूटने से पहले प्लेटफॉर्म पर दौड़ते रहे यात्री
- साकेत एक्सप्रेस का बी-6 कोच गायब!
- कोच अटेंड ने बताया तब यात्रियों ने ली राहत की सांस
डिजिटल डेस्क, मुंबई, सुजीत गुप्ता। लोकमान्य तिलक टर्मिनस (एलटीटी-मुंबई) से अयोध्या कैंट जाने वाली साकेत सुपरफास्ट एक्सप्रेस (22183) के थर्ड एसी के यात्री बुधवार को उस समय परेशान हो गए जब उन्हें बी-6 कोच नहीं मिला। काफी जद्दोजहद के बाद हासिल कंफर्म टिकट लेकर यात्री प्लेटफॉर्म के इस कोने से उस कोने तक दौड़ते रहे। गायब कोच का राज एसी डिब्बे के अटेंडेंट ने खोला तब जाकर यात्रियों ने राहत की सांस ली। अटेंडेंट ने बताया कि ट्रेन में लगा एम-1 कोच ही बी-6 डब्बा है। इसके बाद पसीने से तरबतर यात्री अपनी सीट पर पहुंचे। साकेत एक्सप्रेस एलटीटी के प्लेटफार्म नंबर 1 पर लगी थी। नियमानुसार कोच में बदलाव की जानकारी यात्रियों को नहीं दी गई। बावजूद इसके बड़ी लापरवाही से अधिकारियों ने पल्ला झाड़ लिया।
रेलवे की लापरवाही
साकेत सुपरफास्ट की यात्री आशा सिंह ने दैनिक भास्कर को बताया कि बी-6 कोच नहीं दिखा तो सभी यात्री परेशान हो गए। लगभग 15 मिनट तक यात्री कोच खोजते रहे। रेलवे ने यदि बी- 6 की जगह एम-1 कोच लगाया गया था तो इसकी जानकारी यात्रियों को पहले दी जानी चाहिए थी। स्टेशन पर ना तो इस संबध में कोई अनाउंसमेंट हो रहा था और ना ही कोई कर्मचारी बताने के लिए मौजूद था।
तो… छूट जाती ट्रेन
हम ट्रेन के अंदर से ही बी-2 कोच से बी-5 तक पहुंच गए। सोचा आगे बी-6 कोच होगा। लेकिन बी-6 कोच था ही नहीं। एम-1 कोच सबसे आगे लगाया गया था। कोच अटेंडेट ने बताया कि आज बी-6 की जगह एम-1 कोच लगा है। इसके बाद सामान लेकर यात्री कोच में चढ़े। रेलवे की ओर से प्लेटफार्म पर घोषणा नहीं की जा रही थी। अटेंडेट से नहीं पूछते तो हमारी ट्रेन ही छूट जाती।
अरविंद कुमार यादव, यात्री के परिजन
अनिल जैन ,उपमुख्य जनसंपर्क अधिकारी के मुताबिक थर्ड एसी की जगह थर्ड एसी इकोनॉमी कोच (एम-1)लगाया गया था। दोनों श्रेणियों के किराए में अंतर है। जिन लोगों ने थर्ड एसी का आरक्षण कराया था, उन्हें दोनों के बीच अंतर की रकम लौटाई जाएगी। आईआरसीटीसी के जरिए संबंधित सूचना यात्रियों को एसएमएस के जरिए दी जा रही है।