लेटलतीफी: चाका से पीरबाबा में ढाई साल से मुसीबत झेल रहे वाहन चालक
बॉयपास फोरलेन: 30 माह में 70 प्रतिशत, 8 माह में बचे काम करने को चुनौती
डिजिटल डेस्क,कटनी।
चाका से पीरबाबा बायपास फोरलेन निर्माण पिछले 30 माह से राहगीरों के लिए कष्टदायक बना हुआ है। 20 किलोमीटर में अभी तक 70 प्रतिशत काम पूरा होने का दावा निर्माण एजेंसी द्वारा किया जा रहा है। आगामी 8 माह में बचे हुए काम को पूरा करने की चुनौती है। हालांकि जिस तरह से यहां पर कार्य किया जा रहा है। उसे देखते हुए यही कहा जा रहा है कि हमेशा की तरह फिर से लेट-लतीफी होगी। जिसके चलते बरसात के सीजन में इस मार्ग से आवाजाही करना किसी खतरे से कम नहीं रहेगा।
इस तरह से चला कार्य
192 करोड़ रुपए की लागत से इस प्रोजेक्ट का जिम्मा रीवा की श्रीजी को मिला। 15 सितम्बर 2020 से काम शुरु हुआ। शर्तों के मुताबिक 15 मई 2022 तक इस कार्य को पूरा किया जाना था, लेकिन इस बीच कोरोना संक्रमण के कारण इस प्रोजेक्ट में भी करीब डेढ़ वर्ष की वृद्धि की गई। जिसके मुताबिक इस सडक़ का निर्माण अक्टूबर 2023 तक पूरा करना होगा।
सबसे अहम है यह मार्ग
शहर का सबसे अहम मार्ग यह है। सतना, शहडोल, जबलपुर के साथ-साथ पन्ना-दमोह का भी यह कनेक्टिवटी मार्ग है। पिछले वर्ष बरसात के सीजन में लमतरा ब्रिज के कारण चार माह तक वैकल्पिक मार्ग का सहारा लेना पड़ा था। वर्तमान समय में 5 अंडर ब्रिज का काम तो हो चुका है, लेकिन फ्लाई ओवर का काम बाकी है।
दो माह का ही समय
जून से मानसून सीजन आ जाता है। इस हिसाब से चार माह तक कार्य बंद रहेगे। सितम्बर के बाद सिर्फ दो माह का ही समय बचेगा। यदि इसी तरह से सुस्त गति से काम होता रहा तो फिर जो समय बचा हुआ है। विभाग उसमें भी निर्माण एजेंसी पूरा कार्य नहीं कर सकेगा। हालांकि एनएचआई के अधिकारियों का कहना है कि समय के अंदर काम हो। इसके निर्देश दिए गए हैं।