जबलपुर: नियमों को तोड़कर लगाए गए यूनिपोल स्वतंत्र एजेन्सी से शीघ्र कराई जाए जाँच

  • हादसों के बाद भी यूनिपोल की स्ट्रक्चरल जाँच नहीं कराने पर उठ रहे सवाल
  • चौंकाने वाली बात यह है कि यूनिपोल की स्ट्रक्चरल जाँच तक नहीं कराई गई।
  • यूनिपोल लगाने के लिए मोटर व्हीकल एक्ट 1988 के अनुसार ट्रैफिक पुलिस से भी अनुमति नहीं ली गई है।

Bhaskar Hindi
Update: 2024-06-26 10:04 GMT

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। शहर के चप्पे-चप्पे पर नियमों को तोड़कर हवा में झूलते हुए खतरनाक यूनिपोल लगाए गए हैं, तो कई जगह वाहन चालकों के ध्यान को भंग करने वाले यूनिपोल लगा दिए गए हैं।

चौंकाने वाली बात यह है कि यूनिपोल की स्ट्रक्चरल जाँच तक नहीं कराई गई। ऐसे में कमजोर यूनिपोल आँधी और तूफान में गिरकर कहर बरपाएँगे। इसके बाद भी नगर निगम के अधिकारी खतरनाक यूनिपोल के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। शहर में लगे खतरनाक यूनिपोल की स्वतंत्र एजेन्सी से जाँच कराने की माँग की जा रही है।

नागरिकों का कहना है कि नगर निगम के अधिकारी यूनिपोल लगाने की अनुमति देने में खुली मनमानी कर रहे हैं। मप्र आउटडोर विज्ञापन मीडिया नियम 2017 के अनुसार सड़क के बीचों-बीच यानी डिवाइडर पर यूनिपोल नहीं लगाए जा सकते।

इसके बाद भी भैंसासुर रोड पर डिवाइडर पर यूनिपोल लगवा दिया गया है। इसी तरह गोहलपुर के सँकरे पुल पर यूनिपोल लगा दिया गया है। यूनिपोल से ध्यान भटकने के कारण यहाँ पर एक ट्रॉला पुल के नीचे गिर चुका है।

यूनिपोल लगाने के लिए मोटर व्हीकल एक्ट 1988 के अनुसार ट्रैफिक पुलिस से भी अनुमति नहीं ली गई है। इस मामले में ट्रैफिक पुलिस ने भी चुप्पी साध रखी रही है। इसके कारण नगर निगम के अधिकारियों को शहर भर में खतरनाक यूनिपोल लगाने की खुली छूट मिल गई है।

लोगों ने कहा- आँधी-तूफान में और भी बढ़ेगा खतरा

शहर में जगह-जगह नागरिक सुरक्षा को ताक पर रखकर खतरनाक यूनिपोल लगाए गए हैं। खतरनाक यूनिपोल एक तरफ यातायात में बाधक बन रहे हैं, तो दूसरी तरफ आँधी-तूफान में इनके गिरने से जनहानि हो सकती है। नागरिक सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए शहर से जल्द ही खतरनाक यूनिपोल को हटाया जाना चाहिए।

अनुराग तिवारी संयोजक, युवा क्रांति

शहर में जगह-जगह लगाए गए जानलेवा यूनिपोल को कमीशन के चक्कर में नहीं हटाया जा रहा है। यूनिपोल मामले की किसी स्वतंत्र एजेन्सी से जाँच करानी चाहिए। निष्पक्ष और स्वतंत्र जाँच से ही वे सभी चेहरे बेनकाब हो पाएँगे, जो यूनिपोल के खेल में शामिल हैं। बारिश के पहले खतरनाक यूनिपोल हटाए जाने चाहिए।

आशीष चौकसे, छात्र नेता, महाकौशल लॉ स्टूडेंट एसो.

शहर में जानलेवा यूनिपोल लगाकर आम नागरिकों की जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। इस मामले में एक्सपर्ट की टीम बनाकर जाँच करानी चाहिए। शहर में जानलेवा यूनिपोल लगाने वाले और अनुमति देने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। इस मामले में पुलिस को भी संज्ञान लेना चाहिए।

राहुल रजक छात्र नेता, एनएसयूआई

संविधान ने हर नागरिक को सुरक्षित जीवन का अधिकार दिया है। नगर िनगम के अधिकारी खतरनाक और जानलेवा यूनिपोल लगाकर आम नागरिकों के संवैधानिक अधिकारों का हनन कर रहे हैं। नियमों का उल्लंघन कर लगाए गए यूनिपोल की जाँच कराकर नगर िनगम के अधिकारियों की जवाबदेही तय करनी चाहिए।

सौरभ यादव अध्यक्ष, मध्य भारत मोर्चा

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