जबलपुर: 60 फीट गहरे सूखे कुएँ में गिरे दो सियार, ट्रैंकुलाइज करके निकाला
- शहपुरा रेंज में घटना, वन विभाग और वेटरनरी की टीम का चार घंटे चला रेस्क्यू
- जाल के जरिए सियारों को बाहर निकालने का प्रयास किया गया लेकिन सफलता नहीं मिल पाई।
- करीब चार घंटे चले रेस्क्यू के बाद टीम के सदस्य कुएँ में उतरे और सियारों को बाहर निकाला जा सका।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। शहपुरा रेंज में सोमवार की सुबह करीब 9 बजे शिकार का पीछा करने के दौरान दो सियार 60 फीट गहरे सूखे कुएँ में गिर गए। घटना के समय कुछ युवक पशु चरा रहे थे, जिन्होंने सियारों की आवाजें सुनकर गाँव वालों को बुलाया।
मौके पर काफी मजमा लग गया और लोगों ने अपने-अपने तरीके से सियारों को बाहर निकालने का प्रयास शुरू कर दिया। कुछ युवकों ने रस्सी बाँधकर कुएँ में भी उतरने का प्रयास किया लेकिन सियार आक्रामक हो गए और फिर वन विभाग को सूचना दी गई। शहपुरा रेंज की परिक्षेत्र अधिकारी सोनम जैन रेस्क्यू टीम के साथ मौके पर पहुँचीं। करीब दाे घंटे तक रस्सियों और जाल के जरिए सियारों को बाहर निकालने का प्रयास किया गया लेकिन सफलता नहीं मिल पाई।
जिसके बाद वन विभाग की सूचना पर वेटरनरी ऑफ वाइल्डलाइफ सेंटर की टीम को बुलाया गया। वेटरनरी डॉक्टर डॉ. अनमोल रोकड़े और डॉ. स्पर्श वहाँ पहुँचे जिन्होंने काफी मशक्कत के बाद दोनों सियारों को ट्रैंकुलाइज (बेहोशी का इंजेक्शन) किया। करीब चार घंटे चले रेस्क्यू के बाद टीम के सदस्य कुएँ में उतरे और सियारों को बाहर निकाला जा सका। शाम करीब 6 बजे दोनों सियार होश में आए फिर उन्हें जंगल में छोड़ा गया।
इस रेस्क्यू में वन विभाग के रेस्क्यू दल प्रभारी गुलाब सिंह, विनोद मांझी, भगवान राम गुप्ता व अन्य शामिल रहे।
सड़क पर आया चीतलोें का झुंड, हादसा टला| खमरिया-कुंडम रोड स्थित अमरकंटक स्टेट हाईवे पर सोमवार की दोपहर करीब 1 बजे जंगल से निकलकर चीतलों का झुंड सड़क पर आ गया।
अचानक हुए इस घटनाक्रम की वजह से हाईवे पर रफ्तार से चल रही कई गाड़ियों के चालकों को तेज ब्रेक लगाने पड़ गए, जिससे अफरा-तफरी का माहौल निर्मित हो गया। हालाँकि किसी तरह का हादसा नहीं हो पाया। गाड़ियों के हॉर्न सुनने के बाद चीतल जंगल की तरफ भाग गए।