जबलपुर: एम्बुलेंस की आड़ में सड़कों पर कब्जा कर संचालित हो रहीं ट्रैवल एजेन्सियाँ, जिम्मेदार नहीं दे रहे ध्यान

मनमानी: शहर के प्रमुख मार्गों पर अराजकता के कारण आए दिन हो रहीं दुर्घटनाएँ

Bhaskar Hindi
Update: 2023-09-28 07:40 GMT

डिजिटल डेस्क,जबलपुर।

शहर की अराजक ट्रैफिक व्यवस्था का सबसे बड़ा कारण अतिक्रमण है। चाय-पान, खान-पान समेत अन्य छोटी दुकानों के साथ सड़क किनारे कार और बड़े वाहनों को खड़ा करके ट्रैवल एजेन्सियाँ सबसे बड़ी समस्या बन चुकी हैं। इस तरह की ज्यादातर ट्रैवल एजेन्सियाँ अस्पतालों के आसपास से एम्बुलेंस की आड़ में संचालित हो रही हैं, जिसके कारण आए दिन जाम लगना और दुर्घटनाएँ होना आम बात होती जा रही है। ट्रैफिक पुलिस, नगर निगम और परिवहन विभाग छोटे अतिक्रमणकारियों के खिलाफ पूरे लाव लश्कर के साथ कार्रवाइयाँ तो करता है, लेकिन इस तरह की अवैध ट्रैवल एजेन्सियों के खिलाफ कभी भी कार्रवाई नहीं होती।

प्रयास से दूर हो सकती है पार्किंग की समस्या

शहर के लगभग हर क्षेत्र में पार्किंग की समस्या लगातार बनी हुई है। जानकाराें की मानें तो इस तरह की अवैध ट्रैवल एजेन्सियों के कब्जे हटाने की कार्रवाई प्रशासन करे तो बड़े स्तर पर चारपहिया-दोपहिया वाहनों की पार्किंग व्यवस्था दुरुस्त हो सकती है और जाम की समस्या से निजात मिल सकती है। समय-समय पर पुलिस-प्रशासन और आरटीओ की तरफ से इस तरह के अवैध कब्जों पर कार्रवाइयाँ तो की जाती हैं, लेकिन महज दिखावे के लिए।

इन जगहों पर सबसे ज्यादा परेशानी

बस स्टैंड मॉडल रोड, रसल चौक, पुल नंबर 2, शीला टॉकीज के आसपास, भँवरताल कल्चरल स्ट्रीट, होमसाइंस कॉलेज रोड, उखरी तिराहा, विजय नगर समेत शहर के कुछ प्रमुख मार्ग ऐसे हैं, जहाँ खुलेआम नियम-कायदों की धज्जियाँ उड़ाकर सड़क किनारे वाहन खड़ा करके ट्रैवल एजेन्सियाँ संचालित की जा रही हैं।

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