जबलपुर: बिना फायर एनओसी के चल रही थी ट्रांसफाॅर्मर रिपेयरिंग की यूनिट
- अग्नि हादसे की जाँच में हुए कई खुलासे, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से भी नहीं ली गई अनुमति
- प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से अनुमति और इलेक्ट्रिक ऑडिट का प्रमाण-पत्र नहीं लिया गया।
- आग लगने का प्रारंभिक कारण शाॅर्ट सर्किट बताया जा रहा है।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। करमेता के लाल हवेली होटल परिसर में संचालित ट्रांसफाॅर्मर रिपेयरिंग यूनिट में हुए अग्नि हादसे की प्रारंभिक जाँच में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। जाँच में पता चला है कि ट्रांसफाॅर्मर रिपेयरिंग यूनिट के लिए न तो फायर एनओसी ली गई थी, न ही प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से अनुमति ली गई थी।
परिसर का इलेक्ट्रिक ऑडिट भी नहीं कराया गया था। आग लगने का प्रारंभिक कारण शाॅर्ट सर्किट बताया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि मंगलवार रात अबीर पाराशर की ट्रांसफाॅर्मर रिपेयरिंग यूनिट में आग लगने से एक के बाद एक आधा दर्जन धमाके हुए थे।
इसके बाद जिला प्रशासन, नगर निगम और बिजली विभाग के अधिकारी नींद से जागे और अग्नि हादसे की जाँच शुरू की गई। जाँच में पता चला कि ट्रांसफाॅर्मर रिपेयरिंग यूनिट का पूरा शेड धराशाई हो गया। ऑयल के टीन भी ट्रांसफाॅर्मरों के पास ही रखे हुए थे। ट्रांसफाॅर्मर में ब्लास्ट होने से तेज धमाके हुए।
एक परिसर में होटल, राइस मिल विवाह मंडप और ट्रांसफाॅर्मर यूनिट
जाँच में पता चला कि करमेता का पूरा एरिया आवासीय क्षेत्र है। यहाँ पर एक ही परिसर में होटल, राइस मिल, विवाह मंडप और ट्रांसफाॅर्मर रिपेयरिंग यूनिट चलाई जा रही थीं।
इनके लिए फायर एनओसी, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से अनुमति और इलेक्ट्रिक ऑडिट का प्रमाण-पत्र नहीं लिया गया।
गनीमत यह.. मंगलवार को परिसर में नहीं हो रही थी शादी
क्षेत्रीय पार्षद सत्येन्द्र चौबे ने बताया कि लाल हवेली परिसर में विवाह समारोह भी आयोजित किए जाते हैं। गनीमत यह थी कि मंगलवार को यहाँ पर शादी नहीं हो रही थी, नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था। पार्षद श्री चौबे ने कहा कि आवासीय क्षेत्र से ट्रांसफाॅर्मर रिपेयरिंग यूनिट और राइस मिल को जल्द बाहर किया जाना चाहिए।
करमेता लाल हवेली परिसर स्थित ट्रांसफाॅर्मर रिपेयरिंग यूनिट के संचालन के लिए फायर एनओसी नहीं ली गई थी। अग्नि हादसे से हर एंगल से जाँच की जा रही है।
- कुशाग्र ठाकुर, फायर अधीक्षक
उड़ी हुई छत दे रही भयावहता की गवाही
यूनिट में हुए एक के बाद एक कई धमाके कितने खतरनाक थे, यूनिट की उड़ी हुई छत इसके प्रमाण देती नजर आ रही है। घटना में यूनिट की पूरी छत ही उड़ गई है और आसपास रखे ऑयल के ड्रम व ट्रांसफॉर्मर के कलपुर्जे तक पिघल गए हैं। यूनिट के पाँच सौ मीटर के दायरे में कई कलपुर्जे भी बिखरे हुए मिले हैं।
अपर कलेक्टर व बिजली कंपनी के अधिकारी पहुँचे
बुधवार दोपहर अपर कलेक्टर मिशा सिंह ट्रांसफाॅर्मर रिपेयरिंग यूनिट में जाँच के लिए पहुँचीं। उन्होंने यूनिट का बारीकी से निरीक्षण किया। लगभग एक घंटे चली जाँच के दौरान यूनिट संचालक से भी बातचीत की गई। इसके बाद बिजली कंपनी के अधिकारी भी मौके पर पहुँचे। उन्होंने बारीकी से यूनिट की जाँच की।